पैसे नहीं देने पर नर्स ने गर्भवती मरीज को बनाया बंधक, प्रतापगढ़ के जिला महिला अस्पताल में हुआ ये कारनामा
उपचार से महिला को आराम हो गया तो उसने घर जाने के लिए दवा की पर्ची मांगी। आरोप है कि उनसे डयूटी पर मौजूद नर्स द्वारा दो हजार रुपए की मांग की गई। पैसे नहीं देने पर उन्हें व मरीज को अस्पताल में पांच घंटे बंधक बनाए रखा।
प्रयागराज, जेएनएन। सरकारी अस्पतालों में कोरोना काल के दौरान मरीजों की सेवा में जुटे रहे डॉक्टर और नर्स कभी कभार ऐसी हरकत करते हैं कि उनकी छवि पर दाग लगता है। रविवर को भी ऐसी ही एक करतूत प्रतापगढ़ जिला अस्पताल की नर्स ने की जिसने गर्भवती महिला मरीज को इलाज के बाद कई घंटे तक बंधक बनाए रखा। दूसरी नर्स के आने पर महिला मरीज को छुटकारा मिला। डीएम और सीएमओ से इसकी शिकायत की गई है।
दो हजार रुपये नहीं देने पर बैठाए रखा महिला को
घटनाक्रम यूं है। अंतू के उमरी निवासी हरिनाथ मिश्रा अपनी पत्नी आराधना मिश्रा की तबियत खराब होने पर रविवार को जिला महिला अस्पताल ले गए। बताया जाता है कि उनकी पत्नी के पेट में माह भर का गर्भ था। महिला को दो दिन से रक्तस्राव हो रहा था। डॉक्टर ने चेकअप के बाद बताया कि गर्भ खराब हो गया है। इसकी सफाई करनी पडेगी। इसके बाद डियूटी पर मौजूद चिकित्सक ने महिला की एनटीपी की। अस्पताल में घंटे भर तक रुकने के बाद जब उपचार से महिला को आराम हो गया तो उसने घर जाने के लिए दवा की पर्ची मांगी। आरोप है कि उनसे डयूटी पर मौजूद नर्स द्वारा दो हजार रुपए की मांग की गई। पैसे नहीं देने पर उन्हें व मरीज को अस्पताल में पांच घंटे बंधक बनाए रखा। हरिनाथ का कहना है कि उनके पास इतने पैसे थे नहीं इसलिए वह नर्स को नहीं दे सके। डयूटी बदलने पर हरिनाथ ने दूसरी नर्स से मिन्नत की तो उन्हें घंटों बाद अस्पताल से मुक्ति मिल सकी। उन्होंने नर्स की इस करतूत की शिकायत डीएम के साथ सीएमओ से की है। इस मामले में सीएमओ ने जानकारी होने से अनभिज्ञता जताते हुए शिकायत मिलने पर जांच कराने की बात कही है।