अब North Central Railway के 306 स्टेशनों पर लगेंगे अत्याधुनिक कैमरे, अपराध पर लगेगी लगाम
North Central Railway एनसीआर के सीपीआरओ डॉ शिवम शर्मा ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए यह अहम कदम उठाया गया है। इससे अराजकतत्वों की हर हरकत पर भी नजर रखी जा सकेगी।
प्रयागराज, [अतुल यादव]। यात्रियों की सुरक्षा और अपराधियों पर नकेल कसने के उद्देश्य से उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के प्रमुख स्टेशनों पर अत्याधुनिक कैमरे लगाएं जाएंगे। फिलहाल 29 स्टेशनों पर लगाया जा चुका है। इनसे हर गतिविधि की निगरानी रखी जा सकेगी, ताकि आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण पाने के साथ-साथ उनका राजफाश यथाशीघ्र किया जा सके। यह पीटीजेड कैमरे 360 डिग्री में निगरानी करेेंगे, इन्हें जूम भी किया जा सकेगा। पिक्चर क्वालिटी बेहतर रहेगी। साथ ही रिकार्डिंग 30 दिन तक सुरक्षित रहेगी।
आपराधिक घटनाओं के राजफाश के लिए की जा रही कवायद
पहले चरण में कुल 813 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर आइपी आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) लगाया जाना है। इस प्रोजेक्ट के तहत देशभर के 6490 रेलवे स्टेशनों को वीएसएस से लैस किया जाएगा। इनमें 306 रेलवे स्टेशन एनसीआर के हैं। भारतीय रेलवे और रेल टेल संयुक्त रूप से यह काम करा रहा है। रेलटेल की जनसंपर्क अधिकारी सुचरिता प्रधान ने बताया कि एनसीआर के 29 स्टेशनों पर वीएसएस लगाया जा चुका है साथ ही 47 और स्टेशनों पर इसे लगाने की कवायद जारी है। मार्च 2022 तक देशभर में 756 स्टेशनों पर वीएसएस से नजर रखे जाने का लक्ष्य है। एनसीआर के सीपीआरओ डॉ शिवम शर्मा ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए यह अहम कदम उठाया गया है। इससे अराजकतत्वों की हर हरकत पर भी नजर रखी जा सकेगी।
इन स्टेशनों पर लगाए गए वीएसएस
आरपीएफ के आइजी रवींद्र वर्मा के अनुसार एनसीआर के अलीगढ़, टूंडला, शिकोहाबाद, फीरोजाबाद, फफूंद, इटावा, राजा की मंडी, आगरा फोर्ट, ग्वालियर, मुरैना, दतिया, ललितपुर, महोबा, बांदा, उरई व बबीना स्टेशनों पर वीएसएस लगाया जा चुका है। इसकी निगरानी एनसीआर मुख्यालय में स्थित नियंत्रण कक्ष से की जाती है। यहां 55 इंच की स्क्रीन के सामने दो कर्मचारी हमेशा मुस्तैद रहते हैं। प्रमुख मुख्य संकेतक एवं दूरसंचार इंजीनियर अरुण कुमार बताते हैैं कि प्रयागराज जंक्शन, नैनी, छिवकी, सूबेदारगंज, गोविंदपुरी, विंध्याचल, मीरजापुर, मानिकपुर, फतेहपुर, कानपुर सेंट्रल, आगरा, मथुरा व झांसी में भी वीएसएस लगाया जा चुका है। जल्द ही इसे मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा।
मंडल व जोनल स्तर पर सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष
वीएसएस से सभी ए-1, ए, बी, सी, डी और ई श्रेणी के रेलवे स्टेशनों को कवर किया जाएगा। सीसीटीवी का ऑप्टिकल फाइबर केबल से नेटवर्क बनाया जा रहा है। वीडियो मंडल व जोनल स्तर पर सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में भी उपलब्ध होगी। किसी भी संदिग्ध हरकत पर स्थानीय आरपीएफ चौकियों को अलर्ट कर दिया जाएगा। कैमरों और वीडियो फीड की निगरानी तीन स्तर पर होगी। वेब ब्राउजऱ से देखा जा सकेगा।
कोचों में भी करेंगे निगरानी
रेलवे परिसर के अंदर अधिकतम कवरेज सुनिश्चित करने के लिए चार प्रकार के आइपी कैमरे जैसे डोम, बुलेट, पैन टिल्ट जूम (पीटीजेड) और अल्ट्रा एचडीवाईके लगाए जा रहे हैं। इनसे प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेनों के कोच पर भी नजर रखी जाएगी। कोच के अंदर होने वाली गतिविधियों को भी देखा जा सकेगा। कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी इसकी निगरानी कर सकेंगे।