अब बहानेबाजी कर बिल भरने से बचना होगा मुश्किल, प्रतापगढ़ में रोज पांच बकाएदारों की बत्ती गुल करेंगे हर जेई
बिजली के बकाए की वसूली के लिए विभाग तरह-तरह के जतन कर रहा है। मार्च में वसूली के लिए प्रतापगढ़ में बिजली विभाग के अवर अभियंताओं ( जेई) को खास लक्ष्य दिया गया है। हर जेई को रोज कम से कम पांच जेई से वसूली करना है
प्रयागराज, जेएनएन। बिजली के बकाए की वसूली के लिए विभाग तरह-तरह के जतन कर रहा है। मार्च में वसूली के लिए प्रतापगढ़ में बिजली विभाग के अवर अभियंताओं ( जेई) को खास लक्ष्य दिया गया है। हर जेई को रोज कम से कम पांच जेई से वसूली करना है। इसके बाद बकाएदारों का बहानेबाजी कर बचना मुश्किल होगा।
बकाया वसूली के लिए बना ली है विभाग ने योजना
जिले में एक लाख से अधिक ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद एक भी बिल नहीं जमा किया। बहुतों को बिल मिला ही नहीं। कुछ का गड़बड़ बिल आया, जिससे वह जमा करने नहीं आए। बिल सुधरवाने में ही उनको पसीना आ गया। विभाग ने भी इसमें रुचि नहीं ली।इन तमाम कारणों से बकाया बढ़ता चला गया। विभाग ने हर वितरण खंड से बकाएदारों की सूची बनवाई तो वह लंबी होती चली गई। सदर डिवीजन में 70 हजार बकाएदार मिले। इनको एक भी बिल अब तक जमा नहीं है। कोई दो साल से तो कोई तीन साल से बिजली जला रहा है। इसी प्रकार कुंडा खंड में 13 हजार बकाएदार मिले। रानीगंज में यह संख्या 18 हजार मिली। लालगंज में 26 हजार 800 लोगों ने एक भी बिल नहीं जमा किया। इधर सरकार का जोर चालू मार्च महीने में राजस्व के नुकसान की भरपाई करना है। इसके लिए वह हर हथकंडा वह अपना रही है। केवल एक्सईएन व एसडीओ स्तर पर ही नहीं, जेई स्तर पर भी लक्ष्य तय किया गया है। हर जेई को रोज कम से कम पांच उपभोक्ता का हिसाब-किताब करना होगा। उससे वसूली करनी होगी, न हो पाने पर उसकी बत्ती गुल करनी होगी।
शासन का साफ कहना है कि बकाया अब न रहने पाए। इसके लिए विभाग ने कमर कसी है। जेई तक को लक्ष्य देकर वसूली कराई जाएगी। पूरे महीने यह अभियान चलाया जाएगा।
-इं. सत्यपाल, अधीक्षण अभियंता