अब नए शिक्षा मंत्री पर इविवि की नजर
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की निगाहें अब नए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान पर टिक गई हैं। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 को लेकर वह जल्द ही कोई अहम फैसला लेंगे। इसके बाद आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। फिलहाल इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज (आइपीएस) के अलावा विधि में प्रवेश की कवायद इविवि प्रशासन ने शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की निगाहें अब नए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान पर टिक गई हैं। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 को लेकर वह जल्द ही कोई अहम फैसला लेंगे। इसके बाद आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। फिलहाल इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज (आइपीएस) के अलावा विधि में प्रवेश की कवायद इविवि प्रशासन ने शुरू कर दी है।
दरअसल, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने नई शिक्षा नीति में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित कराने की सिफारिश को मंजूरी दी थी। यह परीक्षा जेईई मेन और नीट कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को सौंपा गया था। हालांकि, अब तक प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है और न तो अब तक कोई कार्यक्रम ही जारी किया गया है। तीन बार रिमाइंडर भेजने के बावजूद एनटीए की ओर से कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है। यही वजह है कि इविवि प्रशासन ने एलएलबी (आनर्स), बीएएलएलबी (आनर्स) के अलावा बीएड, एमएड, एमपीएड, एमटेक (अर्थ एंड सिस्टम साइंस), एमबीए/एमबीए (आरडी), बीएफए, एमएफए, बीपीए, एमपीए के अलावा आइपीएस के सभी पाठ्यक्रमों में खुद से प्रवेश देने का फैसला लिया। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अब स्नातक और परास्नातक में दाखिले की प्रक्रिया को लेकर इविवि की निगाहें नए शिक्षा मंत्रालय की तरफ टिकी हैं। उम्मीद किया जा रहा है कि जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। इसके बाद नए सत्र में प्रवेश की प्रक्रिया का आगाज कर दिया जाएगा।