दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा यह अपराधी प्रयागराज पुलिस के लिए भी बरसों बना रहा सिरदर्द
दारोगा का फर्जी पहचान पत्र दिखाकर ही रवि नट अवैध असलहों की तस्करी करता था। कई बार पुलिस को चकमा दे चुका था। मध्य प्रदेश से 10 हजार में एक पिस्टल खरीदकर यहां 20 से 25 हजार रुपये तक में बेचता था
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ा कुख्यात रवि खान उर्फ रवि नट दारोगा बनकर प्रयागराज और आसपास के जिले में असलहा की तस्करी करता था। वह मध्य प्रदेश के खंडवा व मुंगेर से अवैध पिस्टल लाकर ज्यादा कीमत पर यहां बेचता था। क्राइम ब्रांच और पुलिस की संयुक्त टीम उसे कई बार जेल भेज चुकी थी। उसके खिलाफ शाहगंज, दारागंज, सरायइनायत समेत कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं।
10 साल पहले छाेड़ा था गांव, शहर मेंं रहा किराए पर
सरायइनायत थाना क्षेत्र के रामनाथपुर डिहवा गांव निवासी रवि खान ने करीब 10 साल पहले घर छोड़ दिया था। इसके बाद वह शहर के शाहंगज इलाके में किराए का कमरा लेकर रहता था। मगर इस दौरान भी वह असलहा तस्करी में संलिप्त रहा। वर्ष 2020 में क्राइम ब्रांच और शाहगंज पुलिस ने अवैध पिस्टल, तमंचा, कारतूस के साथ रवि खान उसके साथी मनोज पासी और उतरांव के कृष्ण राज को गिरफ्तार किया था। रवि के पास से दारोगा का फर्जी पहचान पत्र, निर्वाचन कार्ड व चोरी की बाइक बरामद हुई थी।
पूछताछ में पता चला था कि दारोगा का फर्जी पहचान पत्र दिखाकर ही वह अवैध असलहों की तस्करी करता था। कई बार पुलिस को चकमा दे चुका था। मध्य प्रदेश से 10 हजार में एक पिस्टल खरीदकर यहां 20 से 25 हजार रुपये तक में बेचता था। इससे पहले वर्ष 2019 में भी क्राइम ब्रांच की टीम ने कई असलहों के साथ रवि व उसके साथी भीम शंकर पाठक, भोला नट उर्फ सरदार, दीपक, मौजी, शंभू को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। स्पेशल टास्क फोर्स भी 10 पिस्टल के साथ कई साल पहले दबोचा था। मगर हर बार जेल से बाहर आने के बाद वह अवैध असलहों की तस्करी शुरू कर देता था। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि रवि नट पिछले कुछ सालों से दिल्ली और मुंबई में रह रहा था।