मंदी का असर : उद्यमियों व कारोबारियों के साथ ही आयकर विभाग को भी झटका दिया Prayagraj News
करदाता तो बढ़े हैं फिर भी 90 करोड़ टैक्स प्रयागराज परिक्षेत्र में घट गया है। इसे मंदी का असर बता रहे। आयकर विभाग के अफसर कर संग्रह की नियमित समीक्षा कर रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। मंदी का असर सिर्फ उद्यमियों और कारोबारियों पर ही नहीं पड़ा, बल्कि इसने आयकर विभाग को भी तगड़ा झटका दे दिया है। हालात यह है कि इस वित्तीय वर्ष में करदाताओं की संख्या में इजाफा होने के बावजूद आयकर तकरीबन 90 करोड़ रुपये घट गया है। इससे विभागीय अफसरों में खलबली है। हालांकि, शीर्ष अफसर कर संग्रह की नियमित समीक्षा कर रहे हैं।
करदाता तो बढ़े फिर भी घट गया 90 करोड़ टैक्स
आयकर के इलाहाबाद प्रभार में पिछले वर्ष करीब 3.95 लाख करदाता थे, जो इस साल बढ़कर 4.1 लाख हो गए। हालांकि कुल कर संग्रह (नेट कलेक्शन) घट गया। एक अप्रैल 2018 से 23 दिसंबर 2018 तक नेट कलेक्शन 223.09 करोड़ रुपये था, जो एक अप्रैल 2019 से 23 दिसंबर 2019 तक 90.26 करोड़ रुपये घटकर 132.83 करोड़ रह गया। इसी प्रकार 23 दिसंबर 18 तक सकल आयकर संग्रह 427.12 करोड़ रुपये था, जो 23 दिसंबर 19 तक 19.19 करोड़ रुपये घटकर 407.93 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, करदाताओं के लाभ के लिए उक्त अवधि में विभाग ने पिछले वर्ष 204.03 करोड़ रुपये रिफंड दिया था। वहीं इस वर्ष 23 दिसंबर तक 275.10 करोड़ रुपये रिफंड दिया गया जो लगभग 71 करोड़ रुपये ज्यादा है।
मंदी के साथ ही कई लोगों में कर न देने की प्रवृत्ति भी है
विभागीय सूत्रों का कहना है कि टैक्स घटने की वजह बाजार में मंदी और कुछ लोगों द्वारा टैक्स न देने की प्रवृत्ति है। मंदी की वजह से करदाताओं ने टैक्स कम जमा किया। लेकिन विभाग कर संग्रहण की दैनिक समीक्षा कर रहा है। उम्मीद जताई गई कि इस महीने के अंत तक कर का संग्रह बढ़ेगा और लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा।