लोगों को नहीं मिल रहा पीने का पानी, प्रतापगढ़ में वाटर एटीएम पर चल पड़ी बाटी-चोखा की दुकान
किसी वाटर एटीएम की टोटियां गायब हैं तो कहीं मशीन ही खराब है। इस तरह का हाल कई वाटर एटीएम का है। इसकी मरम्मत न होने से वाटर एटीएम धूल से पटे हुए हैं। नगर के ट्रेजरी चौराहे पर लगे वाटर एटीएम पर एक दुकानदार ने कब्जा कर रखा है।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में गर्मी सिर चढ़कर बोल रही है। मार्च माह में ही लोगों की हालत खराब होने लगी है। लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते दिखाई देते हैं। वहीं शहर में नगर पालिका प्रशासन की तरफ से लगाए गए सभी पंद्रह वाटर एटीएम खराब हो गए हैं। गजब तो यह है कि खराब पड़े वाटर एटीएम में अब बाटी-चोखा की दुकान चल पड़ी है। नगर पालिका प्रशासन इस समस्या से आंखें मूंदे बैठा है।
ज्यादातर वाटर पर दुकानदारों का है कब्जा
नगर पालिका क्षेत्र में 15 जगहों पर वाटर एटीएम लगाए गए हैं। इसमें भंगवा चुंगी, बाबागंज, चौक, श्रीराम तिराहा, जीआइसी के सामने, राजापाल टंकी चौराहा, महुली, आंबेडकर चौराहा, रोडवेज बस स्टेशन, कंपनी बाग के सामने, मीराभवन, चिलबिला सहित अन्य स्थानों पर वाटर एटीएम लगाए गए हैं। इसमें से करीब आधा दर्जन से अधिक वाटर एटीएम खराब पड़े हैं। किसी वाटर एटीएम की टोटियां गायब हैं तो कहीं मशीन ही खराब है। इस तरह का हाल कई वाटर एटीएम का है। इसकी मरम्मत न होने से वाटर एटीएम धूल से पटे हुए हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि नगर के ट्रेजरी चौराहे पर लगे वाटर एटीएम पर एक दुकानदार ने कब्जा कर रखा है। उसमें बाटी चोखा तैयार करता है। इसके बाद उसे ठेले पर रखा जाता है। इसी तरह से भंगवा चुंगी सहित अन्य स्थानों पर खराब पड़े वाटर एटीएम का भी इस्तेमाल लोग कर रहे हैं।
नगर पालिका अपने वाटर एटीएम की भी देखभाल न कर सका
शहर के निवासी राजेश कुमार श्रीवास्तव, रफी उल्ला, गौरव त्रिपाठी, नीतेश कुमार, सूर्य प्रकाश राय व अंकित दुबे आदि बताते हैं कि वाटर एटीएम खराब होने से स्वच्छ पेयजल के लिए नागरिकों समेत अन्य लोगों को भटकना पड़ रहा है। वाटर एटीएम कई सालों से खराब पड़ा है। शिकायत के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। गांव के बहुत से लोग शहर में व्यापार करने, सामान खरीदने और सरकारी काम से आते हैं। वह रास्ते में लगे एटीएम से पानी पीते थे, जो छात्र-छात्राओं के लिए भी बहुत ही उपयोगी थी। गौरतलब है कि जब तीन साल पहले वाटर एटीएम लगाया गया तो लोग खुशी से झूम उठे। एक रुपये में एक लीटर पानी मिलने लगा, लेकिन कुछ ही सालों में अधिकांश खराब हो गए। लोग मजबूरी में अधिक मूल्य चुकाकर पानी खरीदने को मजबूर हैं। ईओ मुदित सिंह ने बताया कि अधिकांश वाटर एटीएम पानी दे रहे हैं। जो खराब पड़े हैं, उसे भी जल्द ही ठीक कराया जाएगा।
सामान चुरा ले जाने से पड़ा बेकार
नगर पालिका क्षेत्र में कई ऐसे वाटर एटीएम हैं जिसके कीमती पार्टस चोर चुरा ले गए हैं। इससे वह बेकार पड़ा है। वाटर एटीएम लगाने वाली संस्था को पालिका प्रशासन ने मरम्म्त करने को कहा, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। एक संस्था को खराब पड़े वाटर एटीएम की मरम्मत किए जाने की जिम्मेदारी देने की योजना चल रही है। पालिका प्रशासन यह दावा कर रहा है कि जल्द ही यह समस्या दूर कर दी जाएगी।