UPRTOU की नवनियुक्त कुलपति अभी नहीं संभालेंगी पदभार, जानें क्या है वजह
UPRTOU बीएचयू में शिक्षाशास्त्र विभाग की प्रोफेसर सीमा सिंह को सोमवार को राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कुलपति नियुक्त किया। प्रो. सीमा ने बताया कि अचानक उन्हें तेज बुखार है। ऐसे में अब पहले वह कोरोना की जांच कराएंगी। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तब वह कार्यभार ग्रहण कर लेंगी।
प्रयागराज,जेएनएन। उत्तर प्रदेश राजर्षि टन्डन मुक्त विश्वविद्यालय की प्रथम महिला कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह की तबियत खराब है। इस लिहाज से वह अभी पदभार नहीं संभालेंगी। तब तक प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह के पास ही कुलपति का दायित्व रहेगा।
बुखार से पीड़ित हैं प्रो. सीमा
बीएचयू में शिक्षाशास्त्र विभाग की प्रोफेसर सीमा सिंह को सोमवार को राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कुलाधिपति की हैसियत से कुलपति नियुक्त किया। प्रो. सीमा ने बताया कि अचानक उन्हें तेज बुखार और खांसी आने लगी। ऐसे में अब पहले वह कोरोना की जांच कराएंगी। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तब वह कार्यभार ग्रहण कर लेंगी।
फिलहाल प्रो. केएन सिंह के पास जिम्मा
जब तक प्रोफेसर सीमा सिंह नहीं आती हैं, तब तक यह जिम्मेदारी प्रो. केएन सिंह के पास बनी रहेगी। अब तक वह यहां के नियमित कुलपति थे। 21 फरवरी को उनका कार्यकाल पूरा हो गया था। इससे पूर्व राज्यपाल ने उनकी सेवा को विस्तार दे दिया था। राज्यपाल की तरफ से जारी पत्र में कहा गया था कि जब तक नियमित कुलपति की नियुक्ति नहीं हो जाती है तब तक वह पद पर बने रहें।
बेदाग रहा तीन साल का कार्यकाल
प्रोफेसर केएन सिंह यहां तीन वर्ष के लिए कुलपति नियुक्त किए गए थे। इस अवधि में उन पर किसी भी तरह के कोई आरोप नहीं लगे। उनका कार्यकाल बेदाग रहा। उन्होंने विश्वविद्यालय को शिखर पर ले जाने का कार्य किया। प्रो. सिंह ने किन्नरों और कैदियों को मुफ्त में पढ़ाने का निर्णय लिया। इसके अलावा कोरोना, योग समेत अन्य जागरूकता पाठ्यक्रम लागू किया। इनके ही पत्र पर प्रदेश प्राइवेट शिक्षा पर रोक लगी।