न कोरोना का डर और न कर्फ्यू की परवाह, आपदा काल में भी बाज नहीं आ रहे प्रयागराज में अपराधी
क्राइम ब्रांच व एसओजी की पांच टीमें हैं जिले में मगर इसके बाद भी चोरों की गिरफ्तारी न होना उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है। हालांकि एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि चोरों को पकडऩे के लिए टीमें काम कर रही हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। न कोरोना महामारी की दूसरी लहर का डर न तो कर्फ्यू में पुलिस की सख्ती की परवाह। अपराधी बेखौफ हैं। कोरोना कर्फ्यू के दौरान लगातार बढ़ रही चोरी के मामलों ने पब्लिक की चिंता बढ़ा दी है जबकि पुलिस कुछ कर नहीं पा रही है। यह हाल तब है जब पुलिस ज्यादा सक्रिय होने और शहर के मुख्य मार्ग से लेकर गली-मोहल्ले तक चेकिंग करने का दावा कर रही है। इसके बावजूद शातिर चोर अक्सर किसी न किसी के मकान का ताला तोड़कर नकदी समेत जेवरात गायब कर दे रहे हैं। मगर पुलिस चोरों को गिरफ्तार करने और चोरी किया गया सामान बरामद करने में भी नाकाम है।
गमी में जाएं या शादी में, हो रही घर में चोरी
कुछ दिन पहले कर्नलगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले एक अधिवक्ता के घर से नकदी समेत अन्य कीमती सामान चोरी हुआ था। खुल्दाबाद में रहने वाले युवक के मकान का भी चोरों ने ताला तोड़कर नकदी व जेवरात उड़ा दिया था। धूमनगंज के पीपलगांव में रहने वाले फिजियोथेरेपिस्ट के सूने मकान से दो लाख 70 हजार रुपये नकद व लाखों के गहने चोरों ने गायब किए। धूमनगंज में ही देसी शराब की दुकान ताला तोड़कर 40 पेटी शराब व तीस हजार रुपये नकद गायब किए। झूंसी का एक परिवार घर के बुजुर्ग का निधन होने पर गांव गया तो उनके भी घर को अपराधियों ने खंगाल डाला। इसी तरह कई और भी थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन किसी भी मामले का पर्दाफाश अब तक नहीं हो सका है। पंचायत चुनाव के दौरान फोर्स की कमी का हवाला दिया जा रहा था, लेकिन अब किसी भी थाने में पुलिसबल की कमी नहीं है। जिले में एक, दो नहीं बल्कि क्राइम ब्रांच व एसओजी की पांच टीमें हैं, फिर भी चोरों की गिरफ्तारी न होना उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है। हालांकि एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि चोरों को पकडऩे के लिए टीमें काम कर रही हैं।