20 साल से प्रयागराज जंक्शन की पहचान बने नीलम फूड प्लाजा पर ताला, जानिए क्या है वजह
कोरोना काल से घाटे पर चले फूड प्लाजा को नवीनीकरण के लिए एक करोड़ 12 लाख रुपये जमा करने थे लेकिन लागत और कर्मचारियों के वेतन का इंतजाम नहीं कर पा रहे फूड प्लाजा ने हाथ खड़े कर दिए। 26 जून को आधिकारिक तौर पर जगह खाली कर दी गई।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रेल यात्रियों को 20 साल तक प्रयागराज जंक्शन पर स्वाद और गुणवत्ता पूर्ण खाद्य सामग्री देने वाले नीलम फूड प्लाजा पर ताला लग गया। कोरोना काल से घाटे पर चले फूड प्लाजा को नवीनीकरण के लिए एक करोड़ 12 लाख रुपये जमा करने थे, लेकिन अपनी लागत और कर्मचारियों के वेतन का इंतजाम भी नहीं कर पा रहे फूड प्लाजा ने हाथ खड़े कर दिए। 26 जून को आधिकारिक तौर पर प्लाजा की जगह खाली कर दी गई। अब वहां क्या नया खुलेगा, यह फिलहाल तय नहीं हो सका है।
2003 में प्लेटफार्म नंबर एक पर खोला गया था प्लाजा
प्रयागराज जंक्शन पर 2003 में नीलम फूड प्लाजा खोला गया था। पहली बार 12 बार साल का टेंडर हुआ था । इसके बाद लगातार नवीनीकरण हो रहा था। कोरोना काल में लाकडाउन लगा तो यात्रियों का आवागमन बंद हुआ और प्लाजा भी बंद हुआ। कोरोना महामारी के असर से अभी उबरने का प्रयास चल ही रहा था कि आइआरसीटीसी ने नवीनीकरण की रकम बढ़ाकर 1.12 करोड़ रुपये कर दी।
प्लाजा के नवीनीकरण के लिए 1.12 करोड़ नहीं कर सके जमा
यूनिट हेड मोहम्मद नौशाद ने बताया कि इससे पहले 1.5 करोड़ में नवीनीकरण कराया गया था। लेकिन, अब कई प्रमुख ट्रेनें जंक्शन से छिवकी शिफ्ट कर दी गई हैं, जिससे रेल यात्रियों की संख्या कम हुई है। कुछ समय में कई और ट्रेनें सूबेदारगंज भेजने की भी तैयारी है। ऐसे में कमाई और घटेगी। प्लाजा का किराया लगातार बढ़ाया जा रहा है। कोरोना प्रभाव के कारण पहले से ही आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, ऐसे में प्लाजा का स्थान सरेंडर कर दिया गया है।