सिविल वार कराकर देश तोडऩा चाहते हैं नक्सली : कृष्णगोपाल
स्थापना दिवस पर आरएसएस का विशाल समागम परेड ग्राउंड में हुआ। इसमें सरकार्यवाह डॉ कृष्णगोपाल ने कहा कि सिविल वार कराकर नक्सली देश को तोड़ना चाहते हैं।
प्रयागराज : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर परेड ग्राउंड में विशाल संघ समागम हुआ। इसमें मौजूद हजारों स्वयंसेवकों को सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नक्सली पत्रकार, शिक्षक, अधिवक्ता, डॉक्टर, किसान के रूप में सक्रिय हैं। यह लोग वर्ग संघर्ष कराकर देश को तोडऩा चाहते हैं।
हजारों गणवेशधारी स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए शुक्रवार को उन्होंने कहा कि संघ जहां भी सक्रिय और मजबूत हुआ है, वहां राष्ट्रविरोधी तत्व कमजोर हुए हैं। इसलिए ऐसे तत्व संघ का विरोध करते हैं। अगर संघ मजबूत होगा तो ऐसे तत्व कमजोर हो जाएंगे। आरक्षण पर कहा कि संघ आरक्षण विरोधी नहीं हैं। जिन्हें इसका लाभ मिल रहा है, वही जब कहें तब आरक्षण समाप्त होना चाहिए। स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि संपूर्ण हिंदू समाज संवेदनों से अपने भाव को जोडऩे वाला ही हिंदू कहलाने का अधिकारी है। समाज हित में अपने पुत्रों का बलिदान देने वाले गुरु गोविंद सिंह को उन्होंने उदाहरण बताते हुए कहा कि संघ ऐसे में संस्कारित और समर्पित कार्यकर्ता तैयार करता है, जिन्होंने देश की ख्याति बढ़ाई है।
उन्होंने कहा कि कार्य का आकलन संपूर्ण समाज के हित की कसौटी पर होना चाहिए। कार्यक्रम की शुरूआत प्रांत संघचालक डॉ. विश्वनाथ लाल निगम और विभाग संघचालक डॉ. राणाकृष्ण पाल ने शस्त्र पूजन से की। साथ ही संघ की पाक्षिक जागरण पत्रिका 'चेतना प्रवाहÓ के 'जल संरक्षण विशेषांकÓ का भी विमोचन किया। स्वयंसेवकों ने योग, व्यायाम व शारीरिक क्षमताओं का प्रदर्शन किया। मंचासीन अतिथियों का परिचय विभाग कार्यवाह गंगादत्त जोशी ने और संचालन संजीव ने कराया।
दाराशिकोह को सराहा :
प्रयाग में 17 वीं शताब्दी में मुस्लिम शासनकाल में मुगल शासकों द्वारा वसूले जाने वाले जजिया कर का भी सह सर कार्यवाह ने उल्लेख किया। साथ ही इसे समाप्त करने में योगदान करने वाले दारा शिकोह के योगदान को सराहा।
गणवेश में पहुंचे दो मंत्री :
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह और कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी गणवेश में इस कार्यक्रम का हिस्सा बने। इसके अलावा सुबोध सिंह समेत अनेक वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी शामिल हुए।