प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल के कैदियों में फिर बढ़ा कोरोना वायरस का संक्रमण
इस साल जून और जुलाई महीने में नैनी जेल के भीतर कैदियों के बीच कोरोना संक्रमण की स्थिति काफी चिंताजनक हो गई थी। डेढ़ सौ से ज्यादा विचाराधीन और सजायाफ्ता बंदी इसकी चपेट में आ गए थे। जेल प्रशासन ने बंदियों और कर्मचारियों की कोरोना वायरस की जांच करवाई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। नैनी केंद्रीय कारागार में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर पांव पसारने लगा है। विचाराधीन और सजायाफ्ता आठ बंदियों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। जेल प्रशासन में खलबली मची है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जेल प्रशासन पूरी एहतियात बरत रहा है। साथ ही एक बार फिर सभी बंदियों और कर्मचारियों की कोरोना जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल कोरोना संक्रमण से पीड़ित बंदियों को जेल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।
बड़ी मशक्कत से थमी थी संक्रमण की रफ्तार
इस साल जून और जुलाई महीने में नैनी जेल के भीतर कैदियों के बीच कोरोना संक्रमण की स्थिति काफी चिंताजनक हो गई थी। डेढ़ सौ से ज्यादा विचाराधीन और सजायाफ्ता बंदी इसकी चपेट में आ गए थे। इस संक्रमण को देखते हुए जेल प्रशासन ने बंदियों और कर्मचारियों की कोरोना वायरस की जांच करवाई थी। साथ ही नए बंदियों को अतिरिक्त जेल में आइसोलेट कराने के बाद मुख्य जेल में भेजा जाने लगा था। इसके बावजूद मुख्य जेल में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ा था। काफी प्रयास के बाद कोरोना वायरस का संक्रमण थम सका था। पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण की संख्या एक रह गई थी।
हफ्ते भर में आठ नए केस
पिछले सप्ताह से कोरोना वायरस का संक्रमण फिर बढ़ने लगा है। इन दिनों विचाराधीन और सजायाफ्ता को मिलाकर आठ बंदियों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। इन सभी को जेल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। उनके लिए अलग से स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है। इन बंदियों को दोपहर में धूप सेकने को कहा गया है। साथ ही उन्हें गरम पानी और काढ़ा दिया जा रहा। जेल के चिकित्सक और अधिकारी उन पर बराबर नजर रख रहे हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जेल प्रशासन एक बार फिर सभी कैदियो और कर्मचारियों का एंटीजन टेस्ट करा रहा है। अभी तक 40 फ़ीसदी बंदियों और कर्मचारियों का एंटीजन टेस्ट हो चुका है साथ ही जिस बैरक में कोरोना वायरस से संक्रमित बंदी मिले हैं। उसे सैनिटाइज कराया गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडे का कहना है कि कोरोना का संक्रमण थोड़ा सा बड़ा जरूर है, लेकिन अभी चिंताजनक नहीं है। उसे रोकने के लिए पूरे एहतियात बरते जा रहे हैं।