फाफामऊ कांड में अब तक बना रहस्य, घूमंतू डेरे के पांच लोगों का होगा डीएनए टेस्ट
नवंबर में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। 17 वर्षीया किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया था। मामले में तीन आरोपितों को पुलिस जेल भी भेज चुकी है लेकिन गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता साक्ष्य नहीं है
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। फाफामऊ थाना क्षेत्र में एक माह पूर्व अनुसूचित जाति की किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर पूरे परिवार को मार डालने के मामले में पांच और लोगों का डीएनए जांच के लिए नमूने लिए गए हैं। ये सभी घूमंतु हैं और एक से दूसरे जिलों में डेरा लगाकर रहते हैं। फाफामऊ में घटना के कुछ समय पहले ही वे सभी यहां से डेरा समेटकर दूसरे जनपद चले गए थे। पुलिस लगातार इनकी तलाश कर रही थी।
एक माह गुजर गए लेकिन कत्ल की पहेली है उलझी
बता दें कि नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस परिवार की 17 वर्षीया किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया था। मामले में तीन आरोपितों को पुलिस जेल भी भेज चुकी है, लेकिन गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता साक्ष्य नहीं है। इतना ही नहीं, पुलिस भी कहीं न कहीं उधेड़बुन में है कि वारदात करने वाले सही आरोपित कौन हैं? हालांकि, इस पूरे मामले में अभी तक कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। ऐसे में यह हत्याकांड पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है।
बार में बवाल काटने के आरोपित अब तक हैं फरार
प्रयागराज : हाईकोर्ट की समीप स्थित बैरल हाउस बार में छेड़खानी और बवाल करने के आरोपित हुसैन अंसारी व उसका साथी शानू सिंह चौहान अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। हुसैन शाहगंज और शानू सिविल लाइंस का रहने वाला है। इसके बावजूद पुलिस उनको पकड़ने में नाकाम है, जबकि घटना को हुए चार दिन बीत चुके हैं। शुक्रवार रात बैरल हाउस में परिवार के साथ जन्मदिन मनाने आई एक युवती से छेड़खानी और विरोध पर उसके भाई को पीटने, बवाल करने का मामला सामने आया था। दो दिन बाद पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस ने मुकदमा तो लिख लिया लेकिन इतने दिनों बाद भी कोई पकड़ा नहीं जा सका है।