होली के बाद खाद्य सामग्रियों की बिक्री घटी, सरसों के तेल, पॉमोलीन व रिफाइंड के दाम हो सकते हैं कम
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी का कहना है कि होली पर लोगों ने अधिक मात्रा में सामान खरीदा था। हो सकता है कि इसकी वजह से बिक्री कम हुई। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने का भी असर हो सकता है।
प्रयागराज, जेएनएन। खाद्य सामग्रियों के रेट स्थिर हैं लेकिन, होली के बाद थोक में खाद्य सामग्रियाें की बिक्री बहुत कम हो गई है। गुरुवार को प्रयागराज की मुट्ठीगंज थोक मंडी खुली पर सामान्य दिनों की तुलना में बिक्री आधी से भी कम रही। इससे शुक्रवार को खाद्य तेलों के दाम में कमी के आसार हैं। होली पर्व के पहले भी ग्राहकों की कमी से थोक कारोबारियों के चेहरे की हवाइयां उड़ गई थीं।
खाद्य तेलों के दाम हैं स्थिर
हाेली पर्व के कारण तीन दिन मुट्ठीगंज की थोक मंडी मंडी बंद थी। बुधवार को मंडी खुली तो खरीदार आम दिनों की तुलना में करीब 30 से 35 फीसद ही रहे। खाद्य तेलों के दाम पिछले सप्ताह के जितना ही इस सप्ताह भी है। सरसों के तेल का थोक रेट 2200 रुपये 15 किलो टिन, रिफाइंड का दाम 2125 रुपये 15 लीटर टिन और पाॅमोलीन का मूल्य 2050 रुपये 15 किलो टिन है।
फुटकर में जानें खाद्य तेलों के दाम
फुटकर में सरसों के तेल का दाम 140 से 150 रुपये किलो, रिफाइंड 130 से 135 लीटर और पामोलीन 120 से 125 रुपये किलो है। पिछले महीने के शुरू में सरसों के तेल का दाम चढ़कर 2270-2280 रुपये 15 किलो टिन और रिफाइंड का दाम बढ़कर 2150 रुपये 15 लीटर का टिन हो गया था। पॉमोलीन का दाम भी 2130-2140 रुपये 15 किलो का टिन हो गया था।
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल बताते हैं यह कारण
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी का कहना है कि होली पर लोगों ने अधिक मात्रा में सामान खरीदा था। हो सकता है कि इसकी वजह से बिक्री कम हुई। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने का भी असर हो सकता है।