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साथी वकील ने ही रची थी सुशील के कत्ल की साजिश Prayagraj News

सुशील का साथी अधिवक्ता के बीच जमीन बेचने को लेकर झगड़ा हो गया। विवाद काफी दिनों तक चला। तब सुशील ने कहा कि उसे 30 लाख रुपये दे दिया जाए तो वह इस मामले से दूर हो जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 26 Jun 2019 10:14 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jun 2019 10:14 PM (IST)
साथी वकील ने ही रची थी  सुशील के कत्ल की साजिश Prayagraj News
साथी वकील ने ही रची थी सुशील के कत्ल की साजिश Prayagraj News

 प्रयागराज,जेएनएन : अधिवक्ता सुशील पटेल के कत्ल की साजिश कोई और नहीं बल्कि उनके ही एक साथी वकील ने रची थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित वकील और दो प्रापर्टी डीलर को पकड़कर इस चर्चित हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस का दावा है सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। अब गोली मारने वाले शूटरों की तलाश में दबिश दी जा रही है। 

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पुलिस के मुताबिक, फाफामऊ में बसना नाले के पास करीब 10 बिस्वा विवादित जमीन है। उसे सुशील पटेल ने गोविंदपुर में रहने वाले साथी अधिवक्ता व फाफामऊ के दो प्रापर्टी डीलरों की मदद से कब्जा किया। जमीन का समतलीकरण कराकर नाले का कुछ हिस्सा भी कब्जा कर लिया गया। इसके बाद उस जमीन की प्लाटिंग करने का सिलसिला शुरू हुआ। इसी दौरान सुशील का साथी अधिवक्ता के बीच जमीन बेचने को लेकर झगड़ा  हो गया। विवाद काफी दिनों तक चला। तब सुशील ने कहा कि उसे 30 लाख रुपये दे दिया जाए तो वह इस मामले से दूर हो जाएगा। आरोप है कि पैसे की लगातार मांग पर उनके साथी वकील ने हत्या की साजिश रची। फिर शूटरों को दो लाख रुपये की सुपारी दे दी। योजना के मुताबिक, रविवार रात अधिवक्ता को फोन करके बुलाया गया और फिर रास्ते में शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सनसनीखेज वारदात से अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया और कचहरी में हड़ताल के साथ ही जमकर हंगामा व प्रदर्शन किया था। फिलहाल पुलिस अधिकारियों का कहना है आरोपितों से और पूछताछ चल रही है। जल्द ही शूटरों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

आज से कचहरी की हड़ताल समाप्त :

 सनसनीखेज ढंग से हुई सुशील पटेल की हत्या से नाराज अधिवक्ताओं ने बुधवार को भी कचहरी में हड़ताल जारी रखी। हालांकि शाम को जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी व मंत्री मनोज सिंह कहा कि गुरुवार से अधिवक्ता न्यायिक कार्य करेंगे। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को 72 घंटे का वक्त दिया गया है। अगर इस अवधि में गिरफ्तारी नहीं होती है तो एक जुलाई को संघ की बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। 

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