नए भारत का निर्माण कर रहा मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान Prayagraj News
उन्होंने कहा कि जो मेहनत करेगा उसके लिए रोजगार के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। पुरानी यादों को ताजा करते हुए पहले से वर्तमान में संस्थान में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है।
प्रयागराज,जेएनएन : मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) में शनिवार को दो दिवसीय पुरा छात्र सम्मेलन का रंगारंग आगाज हुआ। सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा, यूएस, यूके, यूरोप, दुबई, सउदी अरब से करीब 400 पुरा छात्र पहुंचे। सभी ने संस्थान में बिताए गए जीवन के चार वर्षों को फिर से ताजा किया।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि रेलवे बोर्ड के सदस्य और 1981 बैच के पुरा छात्र राजेश तिवारी रहे। उन्होंने जुलाई 1983 में रेलवे ज्वाइन किया। उन्होंने कहा कि जो मेहनत करेगा, उसके लिए रोजगार के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। पुरानी यादों को ताजा करते हुए पहले से वर्तमान में संस्थान में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। कहा कि यह एक दिव्य भूमि है, जिसने अध्यात्म और विज्ञान के क्षेत्र में संगम को सर्वश्रेष्ठ रूप से देखा है। संस्थान इस भूमि के गौरवशाली प्रतिभा को तराशने का काम कर रहा है। उन्होंने कहाकि मुझे यकीन है कि संस्था अपनी विरासत पर निर्माण करना जारी रखेगी और एक नए भारत के निर्माण की दिशा में प्रयास करेगी। विशिष्ट अतिथि जल निगम के निदेशक व 1982 बैच के छात्र जीसी दुबे ने बताया कि जिस वर्ष वह संस्थान से निकले उसी दौरान जल निगम में उन्हें नौकरी मिली। कहा कि अच्छी आदतें और कड़ी मेहनत ही सफलता का मूलमंत्र है। दुबई मसीक बैंक के जनरल मैनेजर संदीप चौहान ने कहा कि मुझे संस्थान का पुरा छात्र होने पर गर्व है। निदेशक प्रोफेसर राजीव त्रिपाठी ने संस्थान की उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि पुरा छात्र न केवल एक-दूसरे की भलाई के लिए चिंतित हैं, बल्कि मार्गदर्शन और प्रेरणा के माध्यम से अध्ययनरत छात्रों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए उत्सुक हैं। इस दौरान संस्थान से इस वर्ष रिटायर होने वाले प्रो. एसएन पांडेय, प्रो. नीरज बनर्जी, प्रो. अरविंद अग्रवाल एवं प्रो. एसके पोद्दार को सम्मानित किया गया। इसके बाद शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सेल्फी लेकर यादगार बनाया पल :
सम्मेलन के दौरान 1994 रजत जयंती बैच के पुरा छात्रों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा सम्मेलन में 1969 में संस्थान में प्रवेश लेने वाले पुरा छात्रों ने अपनी दोस्ती का गोल्डेन जुबली वर्ष मनाया। 1984 बैच के पुरा छात्रों ने अपने बैच का कोरल वर्ष भी अनूठे तरीके से मनाया। इस दौरान छात्रों ने सेेल्फी लेकर इस पल को यादगार बनाया।
पुरनियों ने संस्थान को दिए 40 लाख :
पुरा छात्रों ने चालू सत्र में संस्थान को करीब 40 लाख रुपये अनुदान स्वरूप दिए हैं। यह जानकारी आयोजन समिति के सचिव डॉ. संजीव राय ने दी। उन्होंने बताया कि यह राशि पोर्टल पर पंजीकरण कराने के बाद यहां के पुरा छात्रों ने खुद दी है इस राशि से संस्थान के विकास कार्य के अलावा छात्रवृत्ति और आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं पर खर्च किया जाएगा।
एक्जीक्यूटिव कमेटी का गठन :
सम्मेलन के दौरान एक्जीक्यूटिव कमेटी का भी गठन कियागया। प्रो. राजवी त्रिपाठी प्रेसीडेंट, डॉ. मुकुल शुक्ल वाइस प्रेसीडेंट प्रथम और कृष्ण कुमार अग्रवाल को वाइस प्रेसीडेंट द्वितीय चुना गया। इसके अलावा कमेटी में डॉ. वंदना अग्रवाल, डॉ. रामजी द्विवेदी, प्रेम प्रकाश, धर्मेंद्र शुक्ल, डॉ. प्रवीन अग्रवाल, सीबी सिंह, सिद्धार्थ चित्रांशी, रवि प्रकाश तिवारी, मिलिंद देवीदास ठेकेदार, रमेशचंद्र मौर्य, सुधीर कुमार झा, मोहन कुमार, सुभाष चंदर शुग और सुनील गुप्त शामिल हैं।