Move to Jagran APP

प्रयागराज के फूलपुर में मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को फावड़े से काट डाला, गिरफ्तार

हत्‍या करने के बाद महिला बेटे का खून से सना शव लेकर पास के कुएं में डालने जा रही थी। इसी दौरान उसकी चचेरी बहन राधिका की नींद खुल गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 10 Jun 2020 09:42 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jun 2020 09:42 AM (IST)
प्रयागराज के फूलपुर में मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को फावड़े से काट डाला, गिरफ्तार
प्रयागराज के फूलपुर में मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को फावड़े से काट डाला, गिरफ्तार

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद के फूलपुर कोतवाली इलाके में एक सनसनीखेज मामला हुआ। दिल को दहला देने वाली इस घटना में पांच साल के मासूम को फावड़े से काट डाला गया। मंगलवार की आधी रात में हुई इस वारदात को कोई और नहीं बल्कि मासूम की अपनी ही मां ने अंजाम दिया था। इतना ही नहीं, हत्‍या करने के बाद बेटे का रक्‍तरंजित शव लेकर कुएं में डालने जाते समय उसे घर की एक लड़की ने देख लिया और शोर मचने पर स्‍वजनों के साथ ग्रामीणों ने हत्‍यारिन मां को पकड़ कर कमरे में बंद कर दिया। सुबह पुलिस पहुंची तो उसे हिरासत में ले लिया।

loksabha election banner

20 दिन पूर्व अपने बेटों संग मायके आई थी रेनू

फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के इफको पुलिस चौकी परिधि मे कनौजा कला गांव के जगन्नाथ पटेल की पुत्री रेनू की शादी सराय इनायत थाना क्षेत्र के कसेरूआ कला में है। उसका पति रमेश पटेल निजी वाहन का चालक है। करीब 20 दिन पूर्व रेनू अपने मायके कनौजा कला आई थी। मंगलवार की आधी रात में रेनू ने अपने छोटे पुत्र पांच वर्षीय ऋषि कुमार को फावड़े से काट डाला। इसके बाद बेटे का खून से सना शव लेकर वह पास के कुएं में डालने जा रही थी। इसी दौरान उसकी चचेरी बहन राधिका की नींद खुल गई।

खून से लथपथ शव लेकर कुएं में फेंकने जा रही थी

राधिका उसके पास गई तो देखा ऋषि काे रक्‍तरंजित देखा तो उसने शोर मचाया। चीख-पुकार सुनकर परिवार के लोगों के साथ ही ग्रामीणों की भी नींद खुल गई। लोग वहां पहुंचे तो अवाक रह गए। खून से लथपथ बेटे को गोद में रेनू लिए हुए थी। रेनू से ऋषि को खींचकर लेने के बाद उसे लेकर फूलपुर निजी अस्पताल में लोग गए। वहां  चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख शहर के एसआरएन अस्‍पताल रेफर कर दिया। वहां ले जाते समय रास्‍ते में जाते समय रास्ते में ऋषि ने दम तोड़ दिया।

ग्रामीणों ने रेनू को कमरे में बंद कर दिया, फावड़ा पुलिस के कब्‍जे में

उधर रेनू को ग्रामीणों ने पकड़ कर एक कमरे में बंद कर दिया और सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित रेनू को हिरासत में ले लिया। साथ ही वारदात स्‍थल पर जांच-पड़ताल की। स्‍वजनों और ग्रामीणों से पूछताछ भी किया। वहीं हत्‍या में प्रयुक्‍त फावड़े को भी पुलिस ने अपने कब्‍जे में ले लिया है।

मानसिक रूप से अस्‍वस्‍थ थी रेनू, चल रहा था इलाज

रेनू के भाई निर्भय ने बताया कि पिछले चार वर्ष से रेनू मानसिक रूप से अस्‍वस्‍थ है। उसका इलाज एसआरएन अस्‍पताल में कराया जा रहा है। उसके दो बेटे आठ वर्षीय रितेश भी है। फिलहाल इस घटना ने ग्रामीणों और परिवार के सदस्‍यों को हिला कर रख दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.