कुंभ में दिल्ली की मदर डेयरी और गुजरात की अमूल करेगी दूध की आपूर्ति
विशेष स्नान पर्व पर चार से पांच लाख लीटर दूध और सामान्य दिनों में डेढ़ से दो लाख लीटर दूध की आपूर्ति की जाएगी।
प्रयागराज : मां गंगा के अभिषेक व कल्पवासियों के लिए कुंभ में दूध की तंगी नहीं होगी। न ही कुंभ के श्रद्धालुओं की अन्य जरूरतों के लिए दूध कम पड़ेगा। मेला प्रशासन ने सामान्य दिनों में डेढ़ लाख और विशेष स्नान पर्वो पर पांच लाख लीटर दूध प्रतिदिन आपूर्ति का प्रबंध किया है। इसके लिए दिल्ली की मदर डेयरी और गुजरात की अमूल से भी करार किया गया है।
कुंभ में मौनी अमावस्या जैसे स्नान पर्व पर स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ों में पहुंच सकती है। ऐसे में दूध की आपूर्ति करना आसान काम नहीं है। इसके लिए मेला प्रशासन ने शुरू से ही तैयारी कर ली। मेला क्षेत्र में ऐसे 48 मिल्क बूथ बनाने के लिए प्रशासन ने ई टेंडर करवाए थे, जिसमें दिल्ली की मदर डेयरी को 16 और गुजरात की अमूल कंपनी को 32 बूथ मिले हैं।
टेंडर के जरिए मेला प्रशासन ने एक तो राजस्व हासिल किया, दूसरे दूध की आपूर्ति भी आसान हो गई। क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर पराग कंपनी दूध की आपूर्ति कर पाने में सक्षम नहीं हो पा रही थी। उप मेलाधिकारी प्रथम राजीव राय ने बताया कि पराग को मुफ्त में बूथ आदि उपलब्ध कराए गए हैं। केवल प्रदेश से बाहर की कंपनियों के लिए टेंडर हुए थे। विशेष स्नान पर्व पर चार से पांच लाख लीटर दूध और सामान्य दिनों में डेढ़ से दो लाख लीटर दूध की आपूर्ति की जाएगी। मेला क्षेत्र में ऐसे 48 मिल्क बूथ बनाने के लिए प्रशासन ने ई टेंडर करवाए थे, जिसमें दिल्ली की मदर डेयरी को 16 और गुजरात की अमूल कंपनी को 32 बूथ मिले हैं।