प्रयागराज में सौ किलो से ज्यादा कचरा निकालने वाली यूनिट को लगानी पड़ेगी कंपोस्ट मशीन
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि कंपोस्ट मशीन लगाने वाले संस्थान कचरे से कंपोस्ट खाद तैयार करें और उसका इस्तेमाल अपने संस्थानों की बागवानी एवं फुलवारी में करें। इधर-उधर गंदगी फैलानेे का स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 पर नकारात्मक फर्क पड़ेगा।
प्रयागराज, जेएनएन। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के लिए अगले महीने से सर्वेक्षण टीमें आने लगेंगी। इसको लेकर नगर निगम प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। निगम के स्वास्थ्य विभाग ने 100 किलो (बल्क) से ज्यादा प्रतिदिन कूड़ा निकलने वाले संस्थानों को कंपोस्ट मशीन लगाने के लिए नोटिस भेजने की तैयारी की है।
एक-दो दिन में नोटिस भेजी जाने लगेंगी
शहर के होटलों, रेस्टोरेंटों, बारात घरों, हास्पिटलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालय, कैंटीनों, सब्जी मंडियों आदि से बल्क में प्रतिदिन कूड़ा निकलता है। इनकी संख्या हजारों में है। अब इनके संचालकों और प्रबंधनों को नोटिस दी जाएगी, जिसमें 100 किलो कूड़ा प्रतिदिन न निकलने की दशा में 20 दिन के अंदर निगम को जानकारी देने के लिए कहा जाएगा। अगर इन संस्थानों में 100 किलो कूड़ा निकलता है तो कंपोस्ट मशीन लगाने की सूचना देनी होगी। अन्यथा विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के निरीक्षण में कंपोस्ट मशीन लगी न मिलने पर सालिडवेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के प्रावधानों के तहत संचालकों एवं प्रबंधनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन सबसे इतर एक समस्या शहर में सफाई व्यस्था की है जो लगातार बनी है। नगर निगम को हस्तांतरित कई कॉलोनियों मेंं कई दिन तक मुख्य सड़कों पर भी झाड़ू नहीं लग रहा तो गलियों की बात ही क्या की जाए।
कंपोस्ट खाद तैयार कर बागवानी और फुलवारी में करें इस्तेमाल
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि कंपोस्ट मशीन लगाने वाले संस्थान कचरे से कंपोस्ट खाद तैयार करें और उसका इस्तेमाल अपने संस्थानों की बागवानी एवं फुलवारी में करें। इधर-उधर गंदगी करने का सर्वेक्षण पर फर्क पड़ेगा। इस बार निगम प्रशासन की पूरी कोशिश है कि स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर 10वें स्थान में जरूर शामिल हो।