संयमित जीवनशैली सुखी जीवन का आधार: प्रो. मोडक
जासं, इलाहाबाद : संयमित जीवनशैली से हर व्यक्ति सुखी जीवन का स्वामी बन सकता है। हर व्यक्ति की यह चाह
जासं, इलाहाबाद : संयमित जीवनशैली से हर व्यक्ति सुखी जीवन का स्वामी बन सकता है। हर व्यक्ति की यह चाहत होती है कि वह स्वस्थ एवं सुखी जीवन जिए, लेकिन कई बार अनियमित जीवनशैली हमें परेशानी में डाल देती है। यह बातें गुरुवार को उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि एमएचआरडी के नेशनल रिसर्च प्रोफेसर डॉ. अशोक गजानन मोडक ने कहीं। स्वास्थ्य विज्ञान विद्याशाखा के तत्वावधान में असंक्रमणीय बीमारियां: कारण, परिणाम एवं निवारण' विषय पर आयोजित सेमिनार को वह संबोधित कर रहे थे। कुलपति प्रो. एमपी दुबे ने कहा कि आज मानसिक अशांति ही बीमारियों की जड़ है, जिससे लोग दिग्भ्रमित एवं कुंठाग्रस्त हो रहे हैं। सेमिनार की विषयवस्तु स्वास्थ्य विज्ञान विद्याशाखा के निदेशक प्रो. गिरिजा शकर शुक्ल ने प्रस्तुत की। डॉ. विनोद कुमार गुप्ता ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। संचालन डॉ. रामजी मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. आरपीएस यादव ने किया। प्रो. जीएस शुक्ल, डॉ. ओमजी गुप्ता, डॉ. एचके बजाज, डॉ. हिमाशु पांडेय, डॉ. पीपी दुबे, डॉ. दानिश अहमद, डॉ. राजरानी मिश्र, डॉ. अजय मिश्र आदि ने विभिन्न बीमारियों से बचाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी एवं शोधपरक व्याख्यान दिए।