सामूहिक हत्याकांड : तालाब में मिला विमलेश का मोबाइल, होमगार्ड से फिर पूछताछ Prayagraj News
पुलिस का कहना है कि होमगार्ड और विमलेश के बेटे के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद पंचायत हुई थी जिसमें गांव के कुछ और लोग भी शामिल थे।
प्रयागराज, जेएनएन। होलागढ़ में हुए सामूहिक हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस ने विमलेश पांडेय का मोबाइल खोज निकाला है। पुलिस टीम ने तालाब में खोजबीन कराया तो मोबाइल बरामद हुआ। हालांकि मोबाइल खराब हो गया है और वह एंड्रायड फोन नहीं है। इस कारण उससे कुछ सुराग नहीं मिलने की बात कही जा रही है। वारदात के दौरान विमलेश का मोबाइल लूटा गया था, जिसे होमगार्ड के बेटे ने पाया था और उससे बात की थी। इसके बाद होमगार्ड ने मोबाइल को तालाब में फेंक दिया था।
मोबाइल बरामद होने के बाद होमगार्ड से दोबारा पूछताछ
मोबाइल बरामदगी के बाद पुलिस ने फिर होमगार्ड से पूछताछ की। वह पुलिस अधिकारियों के सवालों का जवाब सीधे देने की बजाय घुमाता रहा। ऐसे में पुलिस उसे हत्याकांड में मुख्य संदिग्ध मान रही है, लेकिन वजह अब तक साफ नहीं हो सकी है। होमगार्ड के साथ ही उसके दोस्त व करीबियों से भी घंटों पूछताछ की गई। वहीं, गांव में वारदात से पहले हुई पंचायत में शामिल कई लोगों को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया है। अभी तक किसी ने पंचायत में शामिल होने की बात स्वीकार नहीं की है।
होमगार्ड और विमलेश का हुआ था विवाद
पुलिस का कहना है कि होमगार्ड और विमलेश के बेटे के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद पंचायत हुई थी, जिसमें गांव के कुछ और लोग भी शामिल थे। फिलहाल सनसनीखेज वारदात की गुत्थी कई दिन बाद भी नहीं सुलझ सकी है। ऐसे में पुलिस को अब अस्पताल में भर्ती ऊषा से सुराग मिलने व पर्दाफाश की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि जख्मी ऊषा ही घटना की एकमात्र चश्मदीद गवाह है, जिसके ठीक होने पर कुछ मदद मिल सकती है। होलागढ़ के बरई हरख गांव के शुकुल का पूरा निवासी विमलेश पांडेय, उसके बेटे प्रिंस, बेटी श्रेया व सीबू की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई थी। कातिलों ने विमलेश की पत्नी ऊषा को भी मरणासन्न कर दिया था। एएसपी केवी अशोक ने बताया कि तालाब से मोबाइल बरामद कर लिया गया है, लेकिन वह खराब हो चुका है। मुख्य संदिग्ध होमगार्ड व कई अन्य से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही असली कातिलों के बारे में पता लगा लिया जाएगा।
घरवालों के हाल से बेखबर है ऊषा
स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती ऊषा अपने घरवालों के हाल से बेखबर है। उसे नहीं पता है कि उसके पति, बेटे और बेटियों की हत्या कर दी गई है। गुरुवार को हत्याकांड के संदिग्ध कई लोगों की तस्वीर दिखाने के दौरान जब ऊषा ने इशारे से अपने परिजनों के बारे में पूछा तो पुलिसकर्मी खामोश रहे। अधिकारियों का कहना है कि सच्चाई जानने पर ऊषा की हालत और खराब हो सकती है। लिहाजा उसके पूरी तरह से स्वस्थ होने का इंतजार किया जा रहा है।