दुष्कर्म आरोपित सीडब्ल्यूसी का पूर्व अध्यक्ष गिरफ्तार, बेटी के नाम पर झांसा देकर महिला से किया था कुकृत्य
दुष्कर्म पीड़ित महिला को मुकदमा दर्ज कराने को लेकर कोतवाली पुलिस टहलाती रही फिर उसने अधिकारियों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाई। अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। कोतवाली पुलिस ने आरोपित सीडब्ल्यूसी का पूर्व अध्यक्ष कमलेश यादव को गुपचुप तरीके से गिरफ्तार किया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दुष्कर्म के आरोप में लंबे समय समय से फरार चल रहा बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) का पूर्व अध्यक्ष कमलेश सिंह यादव आखिर पुलिस की पकड़ में आ ही गया। उसे प्रयागराज की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फूलपुर निवासी कमलेश यादव के खिलाफ बीते माह कौशांबी की एक महिला ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। सीडब्ल्यूसी के पूर्व अध्यक्ष ने महिला को झांसा देकर दुष्कर्म किया था। उसकी पुलिस तलाश कर रही थी।
बेटी को पति से वापस दिलाने के नाम पर दुष्कर्म किया
थाने में केस दर्ज कराने वाली महिला ने आरोप लगाया था कि मासूम बेटी को अपने पति से वापस दिलाने का झांसा देकर सीडब्ल्यूसी के पूर्व अध्यक्ष कमलेश सिंह यादव ने दुष्कर्म किया। उसे सिविल लाइंस, झूंसी और कोतवाली के बहादुरगंज स्थित एक मकान में जाकर दुष्कर्म किया गया। इसके बाद भी महिला को उसकी बेटी वापस नही मिली। अलबत्ता दुष्कर्म का विरोध करने पर कमलेश ने जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने गुपचुप तरीके से कमलेश यादव को गिरफ्तार किया
पीड़िता का यह भी आरोप था कि मुकदमा दर्ज कराने को लेकर कोतवाली पुलिस उसको 10 दिन तक टहलाती रही फिर उसने अधिकारियों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाई। अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने कमलेश यादव को गुपचुप तरीके से गिरफ्तार किया है।
भाजपा नेता को गोली मारने वालों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई
फाफामऊ थाना क्षेत्र के लेहरा गांव में आठ नवंबर की रात शौच के लिए जा रहे भाजपा किसान मोर्चा गंगापार के जिला उपाध्यक्ष अजय शर्मा (35) पुत्र राजकुमार शर्मा पर गोलियां बरसाई गई थीं। उनको पांच गोली लगी थी। उन पर हमला करने वाले कौन थे, क्या अदावत थी। इसका पता अभी तक नहीं चल सका है। फाफामऊ पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगाया गया है। इसके अलावा सर्विलांस की भी टीम काम कर रही है।
सीओ सोरांव बोले- जल्द होगा मामले का राजफाश
सर्विलांस टीम घटना स्थल के आसपास कितने मोबाइल नंबर एक्टिव थे। किस मोबाइल नंबर से बातचीत हो रही थी सभी को ट्रेस कर लोगों से प्रतिदिन पूछताछ कर रही है। हालांकि सात दिन से अधिक का समय बीत चुका है। पुलिस हमलावरों तक पहुंच नहीं पाई है। वहीं गोली से घायल अजय शर्मा को डाक्टरों ने अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। सीओ सोरांव सुधीर कुमार ने बताया कि अजय शर्मा पर गोली चलाने वालों की तलाश पुलिस की कई टीम कर रही है और जल्द ही मामले का राजफाश हो जाएगा।