लोक निर्माण विभाग के कर्मियों की सेवा पुस्तिका में हेराफेरी मामला, अब वरिष्ठता सूची से होगा मिलान
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि सेवा पुस्तिका में छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता है। 2001 में इन कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची बनी थी जो एक मामले में हाईकोर्ट में लगाई गई थी। अब उसी के आधार पर इनकी जन्मतिथि दुरुस्त की जाएगी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। लोक निर्माण विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका में हेराफेरी की गई है। उनकी सेवा पुस्तिका का मिलान 2001 में बनी वरिष्ठता सूची से किया जाएगा। उसी के आधार पर उनकी जन्मतिथि दर्ज की जाएगी और यह हेराफेरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि लोक निर्माण विभाग में करीब तीन सौ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने बाबुओं से मिलीभगत करके अपनी सेवा पुस्तिका में जन्मतिथि व कुछ रिकार्ड बदलवा लिए थे। यह बदलाव करके कई लोगों ने पदोन्नति का लाभ लिया, जबकि कुछ कर्मचारियों के रिटायर होने का समय बढ़ गया।
जांच कराई गई तो मामला खुलने लगा
कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका में हेराफेरी की जाने की पिछले दिनों शिकायत की गई थी। इसके बाद यह मामला प्रकाश था। मामला उजागर हुआ तो लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एके द्विवेदी ने सभी डिवीजन के अधिशासी अभियंता को जांच के निर्देश दिए थे। जांच कराई गई तो मामला परत दर परत खुलने लगा। निर्माण खंड एक को छोड़कर लगभग सभी खंडों में यह गड़बड़ी पाई गई।
प्रयागराज के साथ कौशांबी व प्रतापगढ़ के डिवीजन में भी गड़बड़ी
प्रयागराज के अलावा कौशांबी और प्रतापगढ़ के डिवीजन में भी गड़बड़ी जांच के दौरान मिली। सभी डिवीजन में जांच लगभग पूरी हो गई है लेकिन रिपोर्ट किसी ने अभी तक प्रस्तुत नहीं की है। रिपोर्ट देेने के नाम पर अधिशासी अभियंता आनाकानी कर रहे थे। इस मामले को दैनिक जागरण समाचारपत्र में मंगलवार को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। उसके बाद अधिकारी सक्रिय हुए हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने यह कहा
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि सेवा पुस्तिका में छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता है। 2001 में इन कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची बनी थी, जो एक मामले में हाईकोर्ट में लगाई गई थी। अब उसी के आधार पर इनकी जन्मतिथि दुरुस्त की जाएगी। इसके लिए सभी डिवीजन के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया गया है।