कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ाएंगे महानगरों से लौट रहे प्रवासी, प्रतापगढ़ में टेस्ट करने में हो रही है ढिलाई
महानगरों में आंशिक लॉकडाउन शुरू होने के बाद वह मतदान के इरादे से भी आ रहे हैं। प्रत्याशी उनके लिए टिकट की व्यवस्था कर रहे हैं। इन दिनों कभी 30 तो कभी 40 या उससे भी अधिक मरीज मिल रहे हैं। इसकी आशंका स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही जताई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज हो या फिर प्रतापगढ़ और कौशांबी, इन जिलों में कोरोना महामारी के बढ़ते केस ने सबको फिर चिंता में डाल दिया है। अब जिले में रोज दो-चार नहीं बल्कि दर्जनों में नए केस मिल रहे हैं। बढ़ रही संख्या के बीच एक टेंशन यह भी है कि मुंबई समेत अन्य महानगरों से लोगों के आने का सिलसिला तेज हो रहा है। मुंबई में आंशिक लॉकडाउन हो जाने से घबराए लोगों ने दोबारा घर वापसी शुरू कर दी है।
मुंबई से हो रही वापसी, एक और ट्रेन है चलने वाली
इन दिनों चुनाव का माहौल भी है। ऐसे में इस कठिन समय का उपयोग वह गांव आकर मतदान करने में करेंगे। महानगरों में आंशिक लॉकडाउन शुरू होने के बाद वह मतदान के इरादे से भी घर आ रहे हैं। प्रत्याशी उनके लिए टिकट या गाड़ी की व्यवस्था कर रहे हैं। इन दिनों जिले में कभी 30 तो कभी 40 या उससे भी अधिक मरीज मिल रहे हैं। वैसे इसकी आशंका स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही जताई थी। विभाग ने कहा था कि होली में जो मेल-मिलाप किया गया है, उसका असर एक सप्ताह बाद से दिखने लगेगा ओर वही सामने आ रहा है। अभी तक केवल उद्योग नगरी ही एक गाड़ी थी मुंबई से आने के लिए, अब 15 अप्रैल से साकेत एक्सप्रेस का संचालन शुरू होने से मुंबइया प्रवासी तेजी से यहां आएंगे। उनके द्वारा कोरोना का संक्रमण तेजी से पांव पसारेगा। समस्या यह भी है कि मुंबई इन दिनों कोरोना के लिहाज से संवेदनशील है। इसके बाद भी वहां से आने वाले अधिकांश लोग एंटीजन जांच तक कराने को तेयार नहीं होते, जबकि इसमें महज दो मिनट लगते हैं। यह गाड़ी इस रूट पर काफी सुविधाजनक मानी जाती है। कोरोना काल में रेलवे ने इसे भी बंद कर दिया था। स्टेशन अधीक्षक त्रिभुवन मिश्र ने बताया कि साकेत के बहाल होने का निर्देश आ गया है। यह गाड़ी सप्ताह में दो दिन गुरुवार व रविवार को चलेगी।