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कंपनियों का आया बुलावा, प्रवासी कामगारों के कदम महानगरों की ओर चल पड़े Prayagraj News

कोरोना संक्रमण काल में लाॅकडाउन लागू होने के बाद कामकाज बंद होने से विभिन्न महानगरों में रह रहे तमाम कामगार घर लौट आए थे। कंपनियों के बुलावे पर वह फिर वापस जाने लगे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 01:24 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 01:24 PM (IST)
कंपनियों का आया बुलावा, प्रवासी कामगारों के कदम महानगरों की ओर चल पड़े Prayagraj News
कंपनियों का आया बुलावा, प्रवासी कामगारों के कदम महानगरों की ओर चल पड़े Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन लगाया था। लॉकडाउन में काम-धंधे बंद होने से प्रवासी कामगार वापस अपने घरों को लौट आए थे। अब जबकि धान की रोपाई हो चुकी है और रक्षाबंधन का पर्व भी बीत चुका है। ऐसे में अब प्रवासी कामगारों के कदम फिर महानगरों की ओर बढ़ चले हैं। ट्रेनों में सीट नहीं मिल रही है तो बसों से ही जा रहे हैैं। अधिकांश कामगार दिल्ली रवाना हो रहे हैं। इसलिए दिल्ली रूट पर अतिरिक्त बसें लगानी पड़ी हैं।

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प्रयागराज में प्रवासी कामगारों की तादात सवा लाख से ज्यादा

कोरोना संक्रमण काल में लाॅकडाउन लागू होने के बाद कामकाज बंद होने से विभिन्न महानगरों में रह रहे तमाम कामगार घर लौट आए थे। प्रयागराज में ऐसे कामगारों की तादात सवा लाख से ज्यादा थी। महानगरों में कुछ कामकाज शुरू हुआ तो कंपनियों ने कामगारों को बुलाना शुरू कर दिया। किराया-भाड़ा देने के साथ उनकी सुरक्षा की गारंटी भी दी गई। रक्षाबंधन के बाद बड़ी संख्या में कामगारों के कदम महानगरों की ओर बढ चले हैं।

रोजाना औसतन दो हजार लोग दिल्ली जा रहे हैं

दिल्ली के लिए तकरीबन दो हजार लोग रोजाना बसों से जा रहे हैं। भीड का आलम यह है कि सिविल लाइंस से जहां सामान्य दिनों में 10 से 15 बसें ही दिल्ली जाती थीं, अब 25 से अधिक बसें जा रही हैं। प्रयागराज परिक्षेत्र के अन्य डिपो की बसों को मिला लिया जाए तो यह संख्या 40 से अधिक है। कोरोना संक्रमण के चलते बसों में 40-50 से ज्यादा मुसाफिरों को नहीं बैठाया जा रहा है। रोजाना औसतन दो हजार लोग दिल्ली जा रहे हैं। इस तरह पिछले 10 दिनों के भीतर तकरीबन 20 हजार कामगार दिल्ली जा चुके हैं। वहां से हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के विभिन्न शहरों में उनका गंतव्य है।

रोडवेज की भी बढ़ी आय

प्रवासी कामगारों के महानगरों की वापसी से रोडवेज की माली हालत भी कुछ सुधरी है। दिल्ली तक अप-डाउन मिलाकर प्रति बस लगभग 50 हजार रुपये की आय हो रही है। प्रयागराज से दिल्ली तक साधारण किराया 730 रुपये प्रति यात्री है।

बोले, रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक

रोडवेज सिविल लाइंस के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक सीबी राम कहते हैं कि विगत कुछ दिनों से दिल्ली मार्ग पर यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। अधिकांश प्रवासी कामगार हैं, जिन्हें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के शहरों में जाना है। प्रयागराज परिक्षेत्र से रोजाना 40 के करीब बसें इस मार्ग पर भेजी जा रही हैं। इससे रोडवेज की आय में भी इजाफा हुआ है।


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