माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब कर चुकी पांच लाख कोरोना टेस्ट
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब ने शुक्रवार तक कोरोना सैंपल के पांच लाख आरटीपीसीआर टेस्ट पूरे कर लिए। 10 अप्रैल से शुरू हुई जांच में अब तक पांच जिलों में साढ़े दस हजार से अधिक लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है। पांच सैंपलों से टेस्ट की शुरुआत हुई थी और अब प्रत्येक दिन औसत चार हजार सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। इस उपलब्धि के लिए विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका ने अपने सभी टेक्नीशियन स्टाफ को श्रेय दिया है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब ने शुक्रवार तक कोरोना सैंपल के पांच लाख आरटीपीसीआर टेस्ट पूरे कर लिए। 10 अप्रैल से शुरू हुई जांच में अब तक पांच जिलों में साढ़े दस हजार से अधिक लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है। पांच सैंपलों से टेस्ट की शुरुआत हुई थी और अब प्रत्येक दिन औसत चार हजार सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। इस उपलब्धि के लिए विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका ने अपने सभी टेक्नीशियन स्टाफ को श्रेय दिया है।
शुरुआत में प्रत्येक दिन पांच या छह सैंपल की जांच हो पाती थी। कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर और चित्रकूट से भी सैंपल आते थे। सितंबर में प्रतापगढ़ और कौशांबी को लखनऊ लैब से जोड़ दिया गया। चित्रकूट से लिए जाने वाले सैंपल की जांच बांदा में हो रही है। इसलिए मेडिकल कालेज में प्रयागराज, कौशांबी और मीरजापुर के सैंपल की जांच की जा रही है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका ने बताया कि पांच से शुरुआत होने के बाद 50 टेस्ट तक भी पहुंचे। फिर धीरे-धीरे संसाधन बढ़ते गए। अब तो कोबास लैब की सुविधा भी हो गई है। इसलिए प्रत्येक दिन चार हजार तक टेस्ट करने की क्षमता इस लैब की हो गई है।
पोर्टल पर भी है रिपोर्ट
आरटीपीसीआर की रिपोर्ट, सैंपल आने के 24 से 48 घंटे में पूरी आ पाती है। इसे पोर्टल पर अपलोड कर ऑनलाइन किया जाता है।
अक्टूबर से आई तेजी
लैब में संसाधन बढ़ने के बाद कोरोना संदिग्धों के सैंपल की जांच में तेजी अक्टूबर से आई है। पहले जांच का औसत काफी कम था।
50 टेक्नीशियन की टीम
लैब में पहले तो 20 लोगों से ड्यूटीवार काम लिया जाता था। अब वहां करीब 50 टेक्नीशियन कोरोना संदिग्धों के सैंपल जांच रहे हैं।