Kumbh Mela: मौनी अमावस्या के आसपास तेज बारिश के आसार, पछुआ हवा ने बढ़ाई गलन
मौसम विज्ञानी ने मौनी अमावस्या के आसपास के दिनों में बारिश की संभावना जता रहे हैं। पहाड़ों पर बर्फबारी से गलन बढ़ गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। अभी तक तो सूर्यास्त के बाद ही ठंड का असर बढ़ता था लेकिन पछुआ हवा के कारण दिन में भी तेज ठंड बढ़ गई है। शाम से गलन और तेज हो जा रही। रात में कंपकंपी छुड़ाने वाली ठंड से जनपदवासी परेशान हैं। हालांकि, अभी ठंड और बढऩे की संभावना जताई जा रही है। फरवरी के प्रथम सप्ताह में मौनी अमावस्या के आसपास तेज बारिश होने के पूरे आसार हैं।
पहाड़ों पर बर्फबारी का मैदानों में असर
पहाड़ों पर बर्फबारी का असर मंगलवार से देखने को मिल रहा है। मंगलवार की सुबह कुछ देर के लिए तेज धूप खिली लेकिन बाद में आसमान में बादल छा गए। फिर शाम तक धूप और बादलों में लुकाछिपी का खेल चलता रहा। इससे दिन में भी गलन बनी रही। रात में सर्द हवाएं चलने से लोगों को खासी परेशानी हुई। वहीं बुधवार को दिन में खिली धूप थी हालांकि बर्फीली हवा कंपा भी रही थी। आलम यह रहा कि दोपहर में भी शरीर से गर्म कपड़े नहीं उतरे। वहीं दो पहिया वाहनों पर चलने वाले शरीर को गर्म कपड़ों से ढंके रहे। बर्फीली हवा का ही नतीजा रहा कि सोमवार की तुलना में मंगलवार को अधिकतम तापमान में चार और न्यूनतम तापमान में 2.5 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज हुई। अधिकतम आद्र्रता 100 और न्यूनतम 42 फीसद रही।
तस्वीरों में देखें-दिव्य-भव्य कुंभ
क्या कहते हैं मौसम विज्ञानी
मौसम विज्ञानी प्रो. सवींद्र सिंह का कहना है कि पछुआ हवा के कारण गलन बढ़ी है। हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में बर्फबारी के कारण पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर कड़ाके की ठंड पड़ेगी। इसलिए फिलहाल आधे माघे, कंबल कांधे की उम्मीद बिल्कुल नहीं है। आसमान में उमड़ रहे बादल टिकाऊ नहीं हैं। वहीं फरवरी के प्रथम सप्ताह में मौनी अमावस्या के आसपास तेज बारिश होने के पूरे आसार हैं।
चार दिन का तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
दिनांक न्यूनतम अधिकतम
12 जनवरी 7.3 22.8
13 जनवरी 12.1 22.3
14 जनवरी 9.2 23.9
15 जनवरी 6.7 19.9