21 डॉक्टर भेजे गए प्रयागराज कुंभ में, मरीज भगवान भरोसे
प्रतापगढ़ के 21 चिकित्सकों की ड्यूटी कुंभ में लगने से वहां की चिकित्सा सेवा प्रभावित होने की आशंका है। सीण्वसी व अर्बन अस्पताल की कुर्सियां खाली हैं।
प्रयागराज : प्रतापगढ़ जिले की ग्रामीण चिकित्सा सेवा लडख़ड़ाने की आशंका पैदा हो गई है। शासन ने यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी स्वास्थ्य केंद्र के 21 डॉक्टरों को कुंभ ड्यूटी में लगा दिया है। यह सभी डॉक्टर रिलीव भी हो गए हैं।
कुंभ में तैनाती हो जाने से यह डाक्टर प्रतापगढ़ जिले के ग्रामीण अस्पतालों में मरीजों को चार महीने तक सेवाएं नहीं दे सकेंगे। ऐसे में मरीजों को परेशान होना पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारी सामने आई इस समस्या को लेकर ङ्क्षचतित तो हैं, लेकिन खुद को कुछ कर पाने में असमर्थ बता रहे हैं, क्योंकि यह आदेश महानिदेशक स्वास्थ्य का है। सबसे विकट समस्या मानधाता सर्किल के लोगों को होगी, क्योंकि मानधाता के साथ छितपालगढ़ और कटरा गुलाब सिंह अस्पताल से भी डाक्टर हटा लिए गए हैं। संडवा से दो डाक्टर हट गए हैं। इस बारे में सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव का कहना है कि शासन स्तर से ड्यूटी लग रही है। नजदीकी अस्पतालों के चिकित्सकों को अटैच कर यहां का काम चलाया जाएगा।
इनकी लगी है कुंभ में ड्यूटी :
सीएचसी बेलखरनाथ की डॉ. शबा नजिया, अमरगढ़ के दिनेश कुमार, सीएचसी कुंडा के डॉ. इश्तियाक, संडवा चंद्रिका के डॉ. सुनील यादव और नीरज कुमार, बाबागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर मोहम्मद हारून, मांधाता के डॉ. आनंद कुमार, इसी अस्पताल के डॉ. दीपक कुमार की ड्यूटी कुंभ मेले में लगी है। इनके साथ ही कटरा गुलाब ङ्क्षसह के डॉ. नलनीश, इसी के बगल छिपपालगढ़ के डॉ. आशीष दुबे, पर्वतपुर के डा. शैफ, रानीगंज तहसील के कहला सीएचसी के डॉ. नीरज ङ्क्षसह, गौरा के डॉ. देवेंद्र ङ्क्षसह और डॉ. और डॉ. यू. फातिमा, बाघराय के डॉ. वरुण कुमार, गजराही के डॉ. नागेश्वर की डयूटी कुंभ में लगी है। इनके अलावा लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. नदीम जावेद और डॉक्टर दिव्यांश, रानीगंज के डॉ. सतीश कुमार, अर्बन हेल्थ सेंटर की डॉ. वर्षा श्रीवास्तव भी प्रयागराज कुंभ के लिए भेजे गए हैं।