प्रयागराज में फौजी ने गले में मारी थी गोली, घायल मैकेनिक ने लखनऊ के अस्पताल में तोड़ा दम
उल्दा महेशगंज गांव के मिथिलेश कुमार विश्वकर्मा को गांव के ही अशोक कुमार फौजी ने नवाबगंज स्थित ट्राली वर्कशॉप पर पिस्टल से गोली मार दी थी। वारदात के बाद वह दहशत फैलाने के लिए फायरिंग करते हुए भाग रहा था। भीड़ ने घेरा तो एक घर में छिप गया था।
प्रयागराज, जेएनएन। गंगापार में नवाबगंज थाना क्षेत्र के उल्दा महेशगंज गांव में कहासुनी के बाद फौजी द्वारा गोली मारने से घायल मैकेनिक मिथिलेश कुमार विश्वकर्मा उर्फ पप्पू की लखनऊ के सहारा अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। कई दिन तक कोशिश के बाद भी डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा सके। आरोपित फौजी को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
जरा से झगड़े में मार दी थी गोली
उल्दा महेशगंज गांव में रहने वाले मिथिलेश कुमार विश्वकर्मा उर्फ पप्पू को गांव के ही अशोक कुमार फौजी ने नवाबगंज स्थित ट्राली वर्कशॉप पर पिस्टल से गोली मार दी थी। वारदात के बाद वह दहशत फैलाने के लिए फायरिंग करते हुए भाग रहा था। भीड़ ने घेरा तो एक घर में छिप गया था। पुलिस उसे निकालने का प्रयास कर रही थी तभी भीड़ ने पथराव कर दिया था। ग्रामीणों ने फौजी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने आरोपित अशोक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घायल मिथिलेश की हालत लगातार नाजुक बनी थी। कौड़िहार सीएचसी से उसे रेफर करने पर एसआरएन अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां भी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो लखनऊ ले जाकर सहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया। मृतक के भाई हनुमान विश्वकर्मा की तहरीर पर 5 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। मिथिलेश की मौत की खबर आने पर नवाबगंज पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उनके रिश्तेदारों और करीबियों के यहां छापेमारी की। पुलिस का कहना है कि कोशिश की जा रही है कि जल्द सभी आरोपित पकड़े जाएं। उधर, मिथिलेश की मौत से परिवार गमगीन है। उसके पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। अब उसके निधन से परिवार पर मुसीबत टूट पड़ी है।