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Murder in Prayagraj: चारों शवों को सड़क पर रखकर हंगामा, लिखित आश्‍वासन पर माने लोग

Mass Murder in Prayagraj गांव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। एसपी गंगापार कई सीओ और कई थाना प्रभारी भी यहां तैनात किए गए हैं। एलआइयू की टीम भी पल-पल की रिपोर्ट अधिकारियों को दे रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 26 Nov 2021 11:59 AM (IST)Updated: Fri, 26 Nov 2021 06:01 PM (IST)
Murder in Prayagraj: चारों शवों को सड़क पर रखकर हंगामा, लिखित आश्‍वासन पर माने लोग
एक ही परिवार के चार लोगों की हत्‍या के बाद पोस्‍टमार्टम हुआ। शवों को घर लेकर पुलिसकर्मी पहुंचे।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज के फाफामऊ में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्‍या के दूसरे दिन पोस्‍टमार्टम के बाद शव लाया गया। परिवार के लोगों के साथ ग्रामीणों में आक्रोश था। वे अंतिम संस्‍कार को राजी नहीं हुए। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। साथ ही डीएम और एसएसपी को बुलाए जाने की बात पर अड़े। एसपी क्राइम और एडीएम वित्‍त वहां पहुंचे और स्‍वजनों को लिखित आश्‍वासन दिया। तब अंतिम संस्‍कार के लिए लोग राजी हुए। हालांकि एंबुलेंस से बाडी ले जाते समय फिर विरोध किया गया। मशक्‍कत के बाद पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद अंतिम संस्‍कार के लिए शव ले जाया गया। लिखित में मानी गई। जिला प्रशासन का कहना है कि इस मामले में आठ नामजद आरोपितों को पकड़ लिया गया है।

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यह लिखित आश्‍वासन दिया गया

- 16 लाख रुपये का चेक तत्काल दिया गया।

- घटना के संबंध में 302, 376 डी, पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई।

- शस्त्र लाइसेंस सुरक्षा के लिहाज से तत्काल स्वीकृत।

- जब तक शस्त्र नहीं मिलता, पुलिस परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराएगी।

- मृतकों के परिजनों को पट्टे की जमीन स्वीकृत।

पोस्‍टमार्टम के बाद गांव लाए गए शव तो लोग हुए आक्रोशित

प्रयागराज में फाफामऊ थाना क्षेत्र के एक गांव में दंपती और उसके दो बच्चों के शव का पोस्टमार्टम गुरुवार रात किया गया। लाशों को रात में स्वजनों को नहीं सौंपा गया, बल्कि शवों को पोस्टमार्टम हाउस में ही रखवा दिया गया। शुक्रवार सुबह दस बजे चारों शव को स्वजनों को सौंपा गया। एंबुलेंस से शवों को घर लाया गया तो लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। सभी घटना को लेकर आक्रोशित थे। पुलिस की लापरवाही को लेकर गुस्सा था। घरवालों और ग्रामीणों का साफ कहना था कि पुलिस की लापरवाही से इतनी बड़ी वारदात हुई है।

एक करोड़ रुपये मुआवजा की कर रहे मांग, प्रशासन मना रहा

पीडि़त के स्वजन सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से आहत हैं। एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग को लेकर शवों को सड़क पर रख हंगामा कर रहे हैं। प्रशासन उन्हें मनाने की कोशिश में जुटा है। मृतक के भाई ने परिवार की सुरक्षा, एक करोड़ रुपये और शस्त्र लाइसेंस दिए जाने की मांग प्रशासन से की है। देर रात चारों शवों का पोस्टमार्टम कर डाक्टरों की टीम ने मां और बेटी कर स्लाइड सुरक्षित रख ली है। पुलिस सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर अब तक नामजद 8 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ चल रही है।

शांति व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस तैनात

गांव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। एसपी गंगापार, कई सीओ और कई थाना प्रभारी भी यहां तैनात किए गए हैं। एलआइयू की टीम भी यहां लगी है, जो पल-पल की रिपोर्ट अधिकारियों को दे रही है।

ऐसे हुई थी एक ही परिवार के चार लोगों की हत्‍या

दंपती और उसके दो बच्चे मंगलवार शाम पांच बजे के बाद किसी को नजर नहीं आए थे। गुरुवार को घर के भीतर उनके शव मिले थे। सभी को कुल्हाड़ी से काट डाला गया था। इसमें दंपती की 17 वर्षीया पुत्री के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी करने की बात कही गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। एक ही परिवार के 11 लोगों को नामजद किया गया है।

पुलिस अधिकारी बस यही कह रहे कि जांच चल रही है

सामूहिक हत्‍याकांड के राजफाश के लिए पुलिस की चार टीमें के साथ ही क्राइम ब्रांच और एसटीएफ को भी लगाया गया है। अब तक 30 से अधिक संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। इसमें कई नामजद आरोपित भी शामिल हैं। इन सभी को अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है। हालांकि, पुलिस अधिकारी अभी कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं। वे बस यही कह रहे हैं कि जांच चल रही है।


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