Magh mela 2021 : संगम पर पोल में लगे निशान, भटकने पर आपको बताएंगे पहचान
मौनी अमावस्या पर अगर आप भी संगम स्नान करने आ रहे हैं तो अपनों से बिछडऩे का डर हो सकता है। मगर कुछ सतर्कता बरतकर आप निश्चिंत होकर स्नान कर सकते हैं। इसके लिए आपको संगम नोज के पास लगे बिजली के पोल का ध्यान रखना होगा
प्रयागराज, जेएनएन। मौनी अमावस्या पर अगर आप भी संगम स्नान करने आ रहे हैं तो अपनों से बिछडऩे का डर हो सकता है। मगर कुछ सतर्कता बरतकर आप निश्चिंत होकर स्नान कर सकते हैं। इसके लिए आपको संगम नोज के पास लगे बिजली के पोल का ध्यान रखना होगा। इन खंभों पर पहचान के लिए पशु, पक्षी, फूल के चित्र टांगे गए हैं। ताकि आप इनके सहारे अपनों के साथ रह सकें।
बुजुर्गों, महिलाओं का रखें विशेष ध्यान
माघ मेले में पुलिस की तरह आप भी अपने साथ आए बुजुर्ग, महिलाओं का विशेष ध्यान रखें। पैदल चलते वक्त उन्हें साथ में रखें और हाथ न छोड़ें।
बच्चों की जेब में रखें नाम, पता की पर्ची
भीड़ में बच्चों के गुम होने पर सबसे ज्यादा परेशानी होती है। मेले में अगर आपके साथ बच्चे हैं तो उनकी शर्ट या पैंट की जेब में पर्ची रख दें। उसमें आपका नाम, पता, मोबाइल नंबर समेत अन्य जानकारी दर्ज रहे। ताकि भटकने पर पुलिस आप तक बच्चे को आसानी से पहुंचा सके।
अतिरिक्त बसें चलाने को रोडवेज ने कसी कमर
माघ मेले में मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या की तैयारी को लेकर प्रयागराज परिक्षेत्र के नोडल अफसर व प्रधान प्रबंधक विवेक माथुर ने मंगलवार को व्यवस्था परखी। उन्होंने शहर के बाहर बनाए गए अस्थाई बस अड्डे का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बताया कि झूंसी में आजमगढ़, वाराणसी व गोरखपुर की करीब दो हजार बसें लगाई जानी हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार की रात 12 बजे तक बाहर की बसों के आने को सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इसके बाद राजापुर स्थित क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय में सुविधाओं को लेकर समीक्षा बैठक की गई। क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन ने बताया कि मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। बुधवार रात तक आसपास परिक्षेत्र की बसें भी आ जाएंगी।