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Allahabad University के 92 छात्रों ने नहीं खाली किया हॉस्टल, होगी कार्रवाई Prayagraj News

इविवि के चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि विवि के हॉस्टलों में मौजूद छात्र-छात्राएं इविवि प्रशासन के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं। इनको अवैध घोषित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 10:17 AM (IST)Updated: Fri, 01 May 2020 10:19 AM (IST)
Allahabad University के 92 छात्रों ने नहीं खाली किया हॉस्टल, होगी कार्रवाई Prayagraj News
Allahabad University के 92 छात्रों ने नहीं खाली किया हॉस्टल, होगी कार्रवाई Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की ओर से लॉकडाउन में हॉस्टलों को बंद करने के निर्णय के बावजूद 92 अंत:वासियों ने हॉस्टल खाली नहीं किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन निर्देशों के उल्लंघन के आरोप में इन पर कार्रवाई कर सकता है। 

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विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू प्रो. केपी सिंह बोले

विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू प्रो. केपी सिंह ने बताया कि लॉकडाउन में शैक्षिक कार्य ठप पड़े हैं। ऐसे में मेस का संचालन भी बंद हो गया। हॉस्टलों में रहने वाले अंत:वासियों की समस्या को देखते हुए फिर से मेस का संचालन किया गया तो छात्रों ने गुणवत्ता पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की वजह से फंसे छात्रों को घर भेजने के लिए प्रयागराज से प्रदेश भर में बसों का संचालन शुरू किया। इस पर इविवि प्रशासन ने भी हॉस्टलों को बंद करने का निर्णय लेते हुए सभी को हॉस्टलों खाली करने का निर्देश दिया। 

दूसरे राज्यों के लिए बसों का संचालन होने पर भेजा जाएगा घर

हॉस्टलों खाली करने के निर्देश के बाद तमाम अंत:वासी अपने घर चले गए किंतु विभिन्न जिलों के 92 अंत:वासी अभी भी हॉस्टलों में मौजूद हैं। इसी प्रकार दूसरे राज्यों के लिए बस सुविधा नहीं होने के कारण अन्य कई राज्यों के 52 अंत:वासी भी हॉस्टलों में फंसे हुए हैं। इनमें बिहार के सर्वाधिक 29 अंत:वासी हैं। जब दूसरे राज्यों के लिए बसों का संचालन होगा तो इन्हें भी घर भेजा जाएगा। 

इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरके उपाध्याय ने कहा

इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरके उपाध्याय ने बताया कि विवि के हॉस्टलों में मौजूद छात्र-छात्राएं इविवि प्रशासन के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं। इनको अवैध घोषित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी है। कहा कि उन्हें अब कुछ भी होता है तो विश्वविद्यालय प्रशासन उनको कोई जिम्मेदारी नहीं लेगा। वहीं, तमाम छात्रनेता इविवि प्रशासन के इस फैसले का विरोध भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब छात्र पूरी फीस दे रहे हैं तो हॉस्टल क्यों खाली करें।


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