प्रयागराज के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में पूजन-अर्चन शुरू हो गया है, आप भी पहुंचें
शहरवासियों के लिए यह खुशखबरी से कम नहीं है। मनकामेश्वर शिव मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया गया है। भक्त अपने ईष्ट का दर्शन और पूजन फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ कर सकेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। यमुना ब्रिज पर स्थित श्री मनकामेश्वर मंदिर में रविवार से रौनक लौट आई है। यह प्रयागराज के लोगों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है। काफी दिन बाद भक्तों को प्राचीन शिवलिंग के यहां दर्शन सुलभ हो गए हैं। पहले दिन पूजन-अर्चन के साथ भक्तों ने शिवजी से मुराद मांगी।
सैन्य अधिकारी मंदिर के रास्ते को खोल दिया
कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन में सैन्य क्षेत्र में स्थित श्री मनकामेश्वर मंदिर का कपाट भी बंद कर दिया गया था। अब लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद भी मंदिर भक्तों के लिए नहीं खुल रहा था। वहीं अनलॉक घोषित होने के बाद देश भर के मंदिरों को आठ जून से खोल दिया गया था। मनकामेश्वर मंदिर तक जाने वाले रास्ते पर सेना ने नए पुल के समीप गेट बंद कर रखा था। सेना को गेट खोलने का मुख्यालय से आदेश नहीं था। इससे मंदिर के भक्तों में निराशा थी और मंदिर में रह रहे पुजारी श्रीधरानंद ब्रह्मचारी सहित अन्य सेवक भी परेशान थे। मंदिर के न खुलने से भक्त भी बेचैन हो रहे थे। वहीं सैन्य अधिकारी मंदिर के रास्ते को रविवार सुबह से खोलने पर राजी हो गए थे। बंद गेट का छोटा दरवाजा खोलने पर ही सैन्य अधिकारी राजी हुए थे।
फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा
आज फिलहाल मुख्य गेट में लगा छोटा गेट ही खोला गया था। ऐसा इसलिए कि श्रद्धालुओं के हुजूम को मंदिर की ओर जाने से नियंत्रित किया जा सके। मंदिर परिसर में प्रवेश के समय थर्मल स्कैनिंग, हाथ को सैनिटाइज करने की व्यवस्था भी है। वहीं फिजिकल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए मंदिर परिसर में भक्तों के खड़े होने के लिए गोले के निशान भी बनाए गए हैं। शनिवार शाम कीडगंज पुलिस ने मंदिर परिसर में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया था।
छोटे गेट से होकर भक्तों को मंदिर तक पैदल ही जाना होगा
मंदिर में रह रहे पुजारी श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बताया है कि सैन्य अधिकारी रास्ते को खोलने पर राजी हुए तो रविवार से मंदिर का रास्ता खुल गया है। छोटे गेट से होकर भक्तों को मंदिर तक पैदल ही जाना होगा। बताया कि मंदिर में फिलहाल जल चढ़ाने और फूल चढ़ाने पर पाबंदी रहेगी। भक्त आएं और केवल दर्शन प्रणाम करके ही लौट जाएं। मंदिर खुलने से सावन माह में अब भक्तों को मनकामेश्वर मंदिर में दर्शन का लाभ भी मिलेगा।