महिला कल्याण विभाग से संबद्ध होकर महिला समाख्या हुआ हाईटेक
महिला समाख्या हाईटेक हो गया है। महिला कल्याण विभाग से जुड़ने के बाद अब इसका 11 जनपदों में इसका विस्तार किया जा रहा है। इससे जुड़ीं ग्रामीण सहयोगी ट्विटर से जुड़ रही हैं।
प्रयागराज : महिला कल्याण विभाग से संबद्ध महिला समाख्या अब पूरी तरह से हाइटेक हो रहा है। गांव में काम करने वाली सहयोगी ट्विटर से जुड़ रही हैं। अभी तक प्रदेश के 19 जनपदों में महिला समाख्या का विस्तार है, जहां सभी प्रकार की पीडि़त महिलाओं को न्याय मिल रहा है।
प्रदेश के 11 जनपदों में होगा महिला समाख्या का विस्तार
अब प्रदेश के 11 जनपदों में महिला समाख्या को स्थापित किया जाना है। जहां महिला उत्पीडऩ के मामले अधिक आ रहे हैं ऐसे जनपदों का चयन किया गया है। इसमें आगरा, गाजीपुर, फतेहपुर, बागपत, मुरादाबाद, मिर्जापुर, भदोही, हमीरपुर, सोनभद्र, महोबा व लखनऊ शामिल है। इन जनपदों में विस्तार होने से छह लाख सदस्य जुड़ जाएंगे।
समाज में महिला उत्पीडऩ रोकने व उन्हें न्याय दिलाने पर जोर
सरकार इन दिनों महिला समाख्या के माध्यम से महिलाओं को न्याय दिलाने पर जोर दे रही है। इसी उद्देश्य से प्रदेश भर में इसका विस्तार किया जा रहा है। प्रदेश के 11 और जनपदों में महिला समाख्या संचालित होने के बाद महिला उत्पीडऩ, बाल विवाह, दहेज हत्या जैसी घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी।
महिलाओं की समस्याओं का किया जा रहा समाधान : पंकज
महिला समाख्या प्रयागराज के निदेशक पंकज सिंह ने बताया कि जिले में नारी अदालत में महिलाओं की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। सभी सहयोगियोंं को इंटरनेट से जोड़ा जा रहा है, ताकि इसकी समीक्षा ऑनलाइन भी होती रही।
एक साल में 22 हजार केस सुलझे
महिला समाख्या की राज्य निदेशक स्मृति सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 मार्च से फरवरी 2019 तक करीब 22 हजार केस सुलझाए जा चुके हैं। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कुल 436 बाल विवाह को रोकने का काम किया गया है। अब 11 जनपदों में विस्तार करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इसके जरिए 20 लाख परिवारों को जोड़ा जाएगा। इससे महिलाओं को न्याय मिल सकेगा।