सीबीआइ के रडार पर अब रसोइए भी, महंत नरेंद्र गिरि की मौत के दो दिन बाद तक लापता थे
Mahant Narendra Giri Death Case सीबीआइ महेंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में जांच कर रही है। अब रसोइए के बारे में सीबीआइ टीम को पता चला है कि महंत की मृत्यु के बाद दो दिन तक वे गायब थे। उनसे पूछताछ की जाएगी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद दो दिन मठ से गायब रहे रसोइए भी सीबीआइ के रडार पर आ गए हैं। बताया जा रहा है कि शिष्यों, सेवादार और विद्यार्थियों से पूछताछ के दौरान सीबीआइ टीम को इसकी जानकारी हुई है। ऐसे में अब उनकी लोकेशन ट्रेस करने के साथ ही मठ से जाने और फिर वापस लौटने की वजह तलाश की जाएगी।
मठ से दूरी क्यों और कैसे बनाई, इस पर हो सकती है पूछताछ
कुछ सेवादारों ने दोनों रसोइयों के बारे में यह भी कहा कि महंत की मौत से दुखी होकर वह मठ से अलग एकांत में चले गए थे, जबकि कुछ ने बताया है कि काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नहीं चल रहा था। ऐसे में उन्होंने मठ से दूरी क्यों और कैसे बनाई थी, इस संबंध में उनसे पूछताछ की जा सकती है। हालांकि मठ से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि सीबीआइ टीम जब मठ में छानबीन कर रही थी, तब उनसे भी सवाल-जवाब हुआ था, मगर अब उनके बारे में नई जानकारी मिली है, जिसके आधार पर दोबारा पूछताछ होगी।
अमर गिरि व तीनों सेवादारों से फिर पूछताछ
महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु से जुड़े हर तथ्य की पुष्टि सीबीआइ करने का प्रयास कर रही है। सीबीआइ टीम ने एक बार फिर मुकदमा वादी अमर गिरि व सेवादार बबलू, सुमित व धनंजय को तलब किया। चारों व्यक्ति पुलिस लाइन स्थित गेस्ट हाउस पहुंचे, जहां उनसे काफी देर तक पूछताछ हुई। सूत्रों का कहना है कि टीम ने पहले सेवादारों से सवाल किया और फिर अमर गिरि से पूछताछ की। उनके बयानों को दर्ज करते यह पूछा गया कि किसने पुलिस को यह बताया था कि महंत का दरवाजा तोड़ा गया और किसने यह कहा था कि दरवाजा धकेला गया था। उनके जवाब के आधार पर अमर गिरि से पूछा गया कि उन्हें किसने और क्या जानकारी दी थी। बताया जाता है कि सीबीआइ टीम इनकी पूरी पृष्ठभूमि, घटना के वक्त उनकी मौजूदगी समेत अन्य जानकारी ली गई।
सीबीआइ नार्को टेस्ट भी करवा सकती है
सूत्रों का यह भी दावा है कि अगर अभियुक्त आनंद गिरि से लेकर अन्य लोगों के बयान से कहानी साफ नहीं होती है तो उनका नार्को टेस्ट भी करवा सकती है। हालांकि इसकी लंबी प्रकिया है, जो बहुत जरूरी होने पर ही अपनाई जाएगी।