माघ मेला में साधु-संतों को जमीन का आवंटन पूरा, अब आकार लेगी तंबुओं की नगरी
जमीन आवंटन के बाद संस्थाओं ने तंबू लगाना शुरू कर दिया है। मेला अब आकार लेने लगा है। मेला बसाने के लिए कई विभाग को काम कर रहे थे। उनको पांच जनवरी तक काम पूरा करना था। अब तक अधिकतर काम पूरा हो गया है
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। माघ मेला 2022 बसाने के लिए संतों और सस्थाओं को जमीन का आवंटन हो चुका है। अब इनको सुविधा पर्ची दी जा रही है। जमीन आवंटन के बाद संस्थाओं ने तंबू लगाना शुरू कर दिया है। मेला अब आकार लेने लगा है। मेला बसाने के लिए कई विभाग काम कर रहे थे। मेले में पांच जनवरी तक काम पूरा करना था। अब तक अधिकतर काम पूरा हो गया है, जबकि कुछ काम बाकी है। मेला कार्यालय भी अब बांध के नीचे चला गया है। संतों का भी आगमन शुरू हो गया है। सप्ताह भर बाद मेला बस जाएगा।
डीएम संजय कुमार खत्री और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार की अध्यक्षता में संगम सभागार में माघ मेला-2022 को सकुशल सम्पन्न कराए जाने को लेकर बैठक हुई। बैठक में डीएम ने मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए पार्किंग, साइनेज, बैरिकेटिंग, टिकट काउंटर आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसपी ट्रैफिक को दो दिनों के अंदर यातायात की प्लानिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा कि जितने भी स्टेशन है, वहां निरंतर एनाउंसमेंट और स्टेशनों के आस-पास साइनेज आदि की व्यवस्था रहे। रोडवेज के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया कि बस स्टेशनों पर कोविड-19 का पालन कराएं। मुख्य पर्व स्नानों पर पार्किंग की व्यवस्था क्या होगी। अपर जिलाधिकारी नगर एवं एसपी यातायात भ्रमणकर देख ले और जो भी कमियां है, उसे दुरूस्त करा लें। उन्होंने वाणिज्यकर विभाग को निर्देशित किया कि दुकानों पर रेट लिस्ट लग जाये और स्टाॅक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। बिजली विभाग को निर्देशित किया कि है कि पार्किंग स्थलों में लाइट एवं जिन मार्गों से श्रद्धालु आते है, उस रूट का निरीक्षण कर लें। कहीं पर तार जर्जर न लगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नाविकों के साथ रेट लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर मदन कुमार, एसपी ट्रैफिक, एसपी सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट आदि थे।
निर्धारित तिथि बीती लेकिन काम अधूरे
माघ मेला का पहला स्नान पर्व मकर संक्रांति को है। लेकिन अभी भी माघ मेला की तैयारी पूरी नहीं हुई है। माघ मेला का काम पूरा करने की निर्धारित तिथि भी बुधवार को बीत गई लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया है। चकर्ड प्लेट, पाइप लाइन सहित कई काम अभी बाकी है। शौचालयों का काम सबसे पीछे है। अब तक सार्वजनिक शौचालय बन जाने चाहिए। सार्वजनिक शौचालय बन बनने से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। इससे लोग खुले में शौंच कर रहे हैं और गंदगी फैल रही है। माघ मेला का काम पूरा करने का निर्देश कमिश्नर ने 31 दिसंबर निर्धारित किया गया था, लेकिन काम पीछे देख पांच जनवरी तक का अतिरिक्त समय दिया गया था। इसके बावजूद कई काम अधूरे हैं। कमिश्नर संजय गोयल ने सभी विभागों को सख्त निर्देश दिया था कि समय से काम पूरा न होने पर विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।