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AU News: लेफ्टीनेंट कर्नल कैलाश बंसल Allahabad University के नए परीक्षा नियंत्रक नियुक्त

वर्ष 2004 से 2007 तक प्रयागराज के ओल्ड कैंट में मेजर रह चुके लेफ्टीनेंट कर्नल कैलाश बंसल मूलरूप से करनाल (हरियाणा) के रहने वाले हैं। वह जून 2018 से प्रतिनियुक्ति पर आल इंडिया काउंसिल फार टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 08:52 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 10:27 AM (IST)
AU News: लेफ्टीनेंट कर्नल कैलाश बंसल Allahabad University के नए परीक्षा नियंत्रक नियुक्त
कार्य परिषद की बैठक में नए परीक्षा नियंत्रक के नाम सर्वसम्मति से फैसला

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भारतीय सेना में सेवारत लेफ्टीनेंट कर्नल कैलाश बंसल को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का नया परीक्षा नियंत्रक बनाया गया है। मंगलवार को कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कार्य परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से उनके नाम पर अंतिम मुहर लगी। अब यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर रमेंद्र सिंह के पास थी। इसके अलावा बैठक में पांच विभागों के सात शिक्षकों के पदोन्नति का तोहफा भी दिया गया।

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हरियाणा निवासी कैलाश यहां ओल्ड कैंट में रहे तैनात

वर्ष 2004 से 2007 तक प्रयागराज के ओल्ड कैंट में मेजर रह चुके लेफ्टीनेंट कर्नल कैलाश बंसल मूलरूप से करनाल (हरियाणा) के रहने वाले हैं। वह जून 2018 से प्रतिनियुक्ति पर आल इंडिया काउंसिल फार टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राइफल्स में एक सिग्नल कंपनी का स्वतंत्र प्रभार संभाला था। लेफ्टिनेंट कर्नल कैलाश ने भारत के पूर्वी रंगमंच में भी सेवा की थी। वहां अरुणाचल प्रदेश और असम के अविकसित क्षेत्रों में संचार बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं की अगुवाई की थी। इससे पहले वह इसरो के साथ एक राष्ट्रीय स्तर की परियोजना की मुख्य कार्यकारी टीम का भी हिस्सा थे। इसके बाद उन्होंने एक प्रमुख रक्षा प्रतिष्ठान की स्थापना में मदद की थी। उन्हें आपरेशन रक्षक और मेघदूत के दौरान जम्मू-कश्मीर में उच्च ऊंचाई क्षेत्र में भी तैनात किया गया था। उन्हें सियाचिन ग्लेशियर में दुनिया के उच्चतम युद्ध क्षेत्र में एक खुफिया पद स्थापित करने का अद्वितीय गौरव भी हासिल है। उन्होंने आपरेशन पराक्रम के दौरान पश्चिमी सीमाओं के साथ भी सेवा की है। वह आर्मी इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी पुणे से दूसरे बैच के पुरा छात्र हैं और इलेक्ट्रानिक्स और दूरसंचार में स्नातक की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। वह मिलिट्री कालेज आफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग माउ में अपने स्नातक इंजीनियर्स उपकरण ओरिएंटेशन कोर्स के दौरान सर्वश्रेष्ठ परियोजना के लिए कमांडेंट कांस्य पदक प्राप्त कर चुके हैं। वह वेलिंगटन के रक्षा सेवा स्टाफ कालेज से स्नातक भी हैं और रक्षा और सामरिक अध्ययन में एमएससी की डिग्री रखते हैं। इसके अलावा उन्हें स्पेस क्राफ्ट कंट्रोल के लिए प्रशिक्षित किया गया है और डिजिटल संचार में परास्नातक के लिए भेदभाव के साथ प्रथम श्रेणी भी है।

पांच विभागों के सात शिक्षकों को पदोन्नति

इसके अलावा बैठक में पांच विभागों के सात शिक्षकों को करियर एडवांसमेंट स्कीम (कैश) के तहत हुए इंटरव्यू के बाद पदोन्नति को अनुमोदन मिल गया। इनमें भौतिक विज्ञान विभाग के डा. आशीष कुमार और डा. राजकुमार आनंद, संगीत से डा. रेनू जौहरी, जेके इंस्टीट्यूट से आशीष खरे, डा. तनवीर जे सिद्दीकी को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर पर पदोन्नति दी गई। इसके अलावा अर्थ एंड प्लेनेटरी साइंस से प्रियंवदा सिंह और अंग्रेजी से डा. जया कपूर को असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर पर पदोन्नत किया गया।


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