मैकेनिकल मीटर में हैं बिजली चोरी के कई लूपहोल Prayagraj News
स्मार्ट मीटर आया तो भी मैकेनिकल मीटर काफी संख्या में बचे रहे गए। रामबाग में 1200 फोर्ट रोड और टैगोर टाउन में करीब 1000 के साथ ही अन्य उपकेंद्रों की भी यही स्थिति है। मैकेनिकल मीटर घर में कितनी बिजली खपत हो रही है उसकी डिमांड नहीं बताते।
प्रयागराज,जेएनएन। शहर में भले ही बड़ी संख्या में स्मार्ट और डिजिटल मीटर लग गए हो, लेकिन अभी भी काफी संख्या में लोगों के घरों में मैकेनिकल मीटर लगे हुए हैं। विभाग के अफसरों को पता चला है कि इसमें कुछ जगहों पर खेल हो रहा है। ऐसे में अब सूची तैयार कर इसे बदला जाएगा।
तमाम घरों में लगे रह गए मैकेनिकल मीटर
करीब दस वर्ष पहले लोगों के घरों में मैकेनिकल मीटर लगाए गए थे। इसके कुछ समय बाद डिजिटल मीटर आ गए तो विभाग ने इसे निकलवाकर उसे लगवा दिया। हालांकि, उस समय मैकेनिकल मीटर बड़ी संख्या में बदलने से बचे रहे गए। कुछ ने अपने प्रभाव से इसे रोक दिया तो कुछ के घरों में ताला बंद होने के कारण नहीं लगाया जा सका। स्मार्ट मीटर आया तो भी मैकेनिकल मीटर काफी संख्या में बचे रहे गए। रामबाग में 1200, फोर्ट रोड और टैगोर टाउन में करीब 1000 के साथ ही अन्य उपकेंद्रों की भी यही स्थिति है।
मैकेनिकल मीटर नहीं बताते हैं डिमांड
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ये मैकेनिकल मीटर घर में कितनी बिजली खपत हो रही है उसकी डिमांड नहीं बताते। जबकि डिजिटल और स्मार्ट मीटर बताते हैं। इसके अलावा कुछ मैकेनिकल मीटरों में गड़बड़ी होने की भी आशंका है। इसमें नंबर गेम होने के कारण इसे बनाने वाले प्राइवेट बिजली मिस्त्री भी है, जिस कारण इसकी रीडिंग बैक की जा सकती है। यानि महीने में अगर 500 यूनिट बिजली खर्च हुई तो इसे बैक कराकर 100 यूनिट किया जा सकता है। जांच में यह पकड़ में भी नहीं आ सकता। जबकि डिजिटल और स्मार्ट मीटर में रीडिंग बैक नहीं हो सकती। इसलिए अब नए सिरे से इसकी सूची तैयार की जा रही है।
निदेशक वाणिज्य ने भी दिए बदलने के निर्देश
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक वाणिज्य ओपी दीक्षित ने अफसरों के साथ बैठक की तो मैकेनिकल मीटरों के बारे में भी पूछा। साफ कहा कि तत्काल सूची बनाकर इसे बदला जाए। इसकी जगह नए मीटर लगाए जाएं। अभी तक इसे किन कारणों से नहीं बदला गया, इसे लेकर भी अफसरों से जवाब तलब किया था। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कहीं से कोई दबाव पड़े तो इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाए। जिस पर अधिकारी ने शीघ्र ही इसे बदलने की बात कही।