आत्मनिर्भर भारत अभियान : चाका के वॉशिंग पाउडर और नैनी के सैनिटाइजर की बढ़ेगी मांग Prayagraj News
इकाइयों को चलाने वालों को उम्मीद है कि चाका में बनने वाला वॉशिंग पाउडर और कादीपुर की चप्पलें व नैनी के सैनिटाइजर और वेंटिलेटर पार्टस को अब बाजार मिलेगा।
प्रयागराज,जेएनएन। स्वदेशी वस्तुओं के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान निश्चित ही मील का पत्थर साबित होगा। लघु और मझोले इकाइयां बहुराष्ट्रीय कंपनियों से प्रतिस्पर्धा में पीछे रह गई थीं। हालांकि अब अब इन इकाइयों को चलाने वालों में उत्साह है। इनका कहना है कि अब ब्रांडेड का मतलब देशवासी स्वदेशी उत्पादों को ही समझेंगे। स्थानीय स्तर पर बनने वाले सैनिटाइजर और वाशिंग पाउडरों की मांग बाजार में बढ़ेगी।
स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे
इकाइयों को चलाने वालों को उम्मीद है कि चाका में बनने वाला वॉशिंग पाउडर और कादीपुर की चप्पलें व नैनी के सैनिटाइजर और वेंटिलेटर पार्टस को अब बाजार मिलेगा। इससे न सिर्फ इन इकाइयों को लाभ हो सकेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
इन खास बातों पर डालें एक नजर
10 हजार से ज्यादा कुटीर, लघु और मध्यम उद्योग हैैं जिले में
04 लाख लोग इन इकाइयों से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष हो रहे लाभान्वित
05 लाख लोगों को और रोजगार दिया जा सकता है इन इकाइयों से
04 सौ फ्लोर, दाल, ऑयल, राइस मिलें, दवा, ब्रेड-बिस्कुट उद्योग हैैं।
स्वदेशी उत्पादों के प्रयोग के लिए प्रधानमंत्री ने किया है आह्वïान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से स्वदेशी उत्पादों के लिए किए गए आह्वïान के बाद उम्मीदों के साथ तेजी से चर्चा छिड़ी है। जिले में कांच उद्योग, सीमेंट पैकेजिंग प्लांट, सीमेंट फैक्ट्री, मेडिकल उपकरण व दवा, औषधीय दवा बनाने वाली कई छोटी-बड़ी इकाइयां हैैं। बिस्कुट से लेकर ब्रेड, चॉकलेट और आइसक्रीम फैक्ट्रियां हैैं। दाल, राइस, फ्लोर और ऑयल मिलें भी हैैं। चप्पल, वॉशिंग पाउडर, डिटर्जेंट केक से लेकर हेयर ऑयल और सैकड़ों की संख्या में फूड प्रोसेसिंग प्लांट हैैं। चटनी, अचार, मुरब्बा, चिप्स-पापड़, नमकीन की ढेरों इकाइयां हैैं। इनमें काम करने वाले तथा मार्केंटिंग के लोगों के साथ संचालन करने वाले लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैैं।
मूंज क्राफ्ट को मिलने लगे आर्डर
एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) में शामिल मूंज क्राफ्ट को बड़ा बाजार मिलने की उम्मीद है। इसके लिए आर्डर मिलने लगे हैैं। कानपुर, दिल्ली और लखनऊ के कारोबारी फोन पर आर्डर दे रहे हैैं। नैनी में महेवा व इसके आसपास के एक दर्जन गांवों में एक हजार महिलाएं-पुरुष इस काम में लगे हैैं। इस उद्योग में लगी चांद का कहना कहना है कि आर्डर के मुताबिक ही उत्पादन बढ़ा दिया गया है।