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Literary Magazine Guftagu: पत्रिका के रंगमंच कालम में दिखेगा डॉ. विधु खरे का व्यक्तित्व Prayagraj News

Literary Magazine Guftagu रंगमंच कॉलम में रंगमंच कलाकारों पर जानकारी दी जाएगी। साथ ही रंगमंच की अलग-अलग विभूतियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके तहत फरवरी में आने वाले अंक में प्रख्यात रंगकर्मी डॉ. विधु खरे दास के व्यक्तित्व की जानकारी दी जाएगी।

By Brijesh Kumar SrivastavaEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 09:10 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 09:10 AM (IST)
Literary Magazine Guftagu: पत्रिका के रंगमंच कालम में दिखेगा डॉ. विधु खरे का व्यक्तित्व Prayagraj News
साहित्यिक पत्रिका गुफ्तगू के रंगमंच में प्रख्यात रंगकर्मी डॉ. विधु खरे दास के व्यक्तित्व की जानकारी दी जाएगी।

प्रयागराज, जेएनएन। साहित्यिक पत्रिका गुफ्तगू को समृद्ध बनाने के लिए उसमें 'रंगमंच' नामक कालम शुरू किया जा रहा है। प्रख्यात रंगकर्मी कॉलम के जरिए युवाओं को रंगमंच की बारीकियां बताएंगे। कॉलम की शुरुआत वरिष्ठ रंगकर्मी ऋतंधरा मिश्रा के लेख से होगी। वो रंगमंच के इतिहास व मौजूदा परिदृश्य पर प्रकाश डालेंगी।

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रंगमंच कॉलम में बारी-बारी से रंगमंच कलाकारों के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही रंगमंच की अलग-अलग विभूतियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके तहत फरवरी में आने वाले अंक में प्रख्यात रंगकर्मी डॉ. विधु खरे दास के व्यक्तित्व की जानकारी दी जाएगी।

गुफ्तगू पत्रिका की संपादक नाजिया गाजी ने कहा

गुफ्तगू पत्रिका की संपादक नाजिया गाजी बताती हैं कि डॉ. विधु वर्तमान समय में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। वे छात्र जीवन से ही मंच की गतिविधियों से जुड़ गईं। प्रो. अनिता गोपेश के साथ भी वह जुड़ी रहीं। पीके मंडल और अनिल रंजन भौमिक के साथ बहुत सारे नुक्कड़ नाटकों में काम किया। कई गांवों में गईं, लखनऊ में भी खूब काम किया। नेहरु युवा केंद्र के लिए भी नुक्कड़ किया। साथ ही पढ़ाई भी करती रही हैं।

डॉ. विधु ने ज्यादातर समय रंगमंच को दिया

बीएड पूरा करने के दौरान ही नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा का फॉर्म आया था तो प्रख्यात कथाकार स्व. मार्कंडेय व दूधनाथ की प्रेरणा से डॉ. विधु ने उसे भर दिया। एनएसडी के बाद फेलोशिप मिल गई तो मुंबई चली गर्ईं। मुंबई में टेलीविजन, फिल्म इंडस्ट्री में काम भी किया, लेकिन ज्यादातर समय रंगमंच को दिया। अपना प्रोडक्शन किया जो खुद का लिखा हुआ था नाम था 'अंतर्बहियात्रा' ये महिला पात्रों पर आधारित नाटक था। भारतीय व पश्चिम के विभिन्न नाटको की महिला पात्रों को एकत्रित करके एक स्क्रिप्ट बनायी थी। एनएसडी के एक्सटेंशन डिपार्टमेंट के साथ जुड़ गईं। विभिन्न निर्देशकों जैसे अनुराधा कपूर, कीर्ति जैन, फैजल अलकाजी, विपिन शर्मा अमिता उत्गाता आदि के साथ काम किया।


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