Liquor Deaths Case in Prayagraj: शराब माफिया से पुलिस कर्मियों के कनेक्शन का पता लगा रही खुफिया एजेंसी
प्रयागराज के नवाबगंज में शराब पीने से मौतों के मामले में पुलिस सख्त हो गई है। माना जा रहा है कि जिस तरीके से अवैध शराब कारोबार फल-फूल रहा है उसमें कतिपय पुलिस कर्मियों की मिलीभगत होती है। यह बात नवाबगंज में साबित हो चुकी है। तफ्तीश हो रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। अवैध शराब में संलिप्त लोगों व माफिया से प्रयागराज में कितने पुलिस कर्मियों का कनेक्शन है, इस बारे में छानबीन तेज हो गई है। कुछ पुलिस कर्मियों की मिलीभगत उजागर होने के बाद यह कवायद प्रयागराज में शुरू हुई है। इसके लिए खुफिया एजेंसी से लेकर मुखबिरों का सहारा लिया जा रहा है।
माना जा रहा है कि जिस तरीके से अवैध शराब कारोबार फल-फूल रहा है, उसमें कतिपय पुलिस कर्मियों की मिलीभगत होती है। यह बात नवाबगंज में साबित हो चुकी है। अब इसी आधार पर तफ्तीश हो रही है।
पुलिस का कहना है कि नवाबगंज थाना क्षेत्र में शराब से मौत का मामला सामने आने के बाद उच्चाधिकारियों ने दारोगा दीपक कुमार सिंह और हेड कांस्टेबल श्रीनिवास यादव को एक स्थान पर छापेमारी करने के लिए भेजा था, मगर दोनों बताई गई जगह की बजाय दूसरे स्थान पर पहुंच गए थे। मामले में लापरवाही मिलने पर एसएसपी ने दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
नवाबगंज थाने में ही तैनात रहे दारोगा विवेक कुमार राय व अमित कुमार की शराब माफिया हबीब से मिलीभगत थी। दोनों पुलिसकर्मी हबीब और उसके कारनामों को अच्छे तरीके से जानते थे, लेकिन कार्रवाई करने के बजाय अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण प्रदान करते थे। जब हबीब को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगी तो उसके गिरोह के खिलाफ भी कार्रवाई करने में दोनों दारोगा परहेज कर रहे थे। एसएसपी का यह भी कहना है कि हबीब के मुकदमे में भी दारोगा को अभियुक्त बनाया जाएगा। उसके विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।