Liquor Case in Prayagraj: लाइसेंसी दुकान की आड़ में देसी शराब का धंधा जारी है, पुलिस पर इसलिए उठे सवाल
Liquor Case in Prayagra कुछ दिन पहले एसओजी गंगापार व सोरांव पुलिस ने सरकारी ठेके की आड़ में अवैध शराब बेचने वाले गैंग का राजफाश किया था। मामले में एक महिला दुकानदार और दुकानदार छोटे लाल के बेटे संजय संतोष सुरेंद्र कुमार मूलचंद्र नासिर को गिरफ्तार किया। कुछ फरार हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। लाइसेंसी दुकान की आड़ में अवैध देसी शराब बेचने का सिलसिला अभी तक नहीं थमा है। हालांकि पुलिस दुकानदारों की गिरफ्तारी करने में नाकाम हो रही है, जिसको लेकरा उनकी कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। थरवई पुलिस 15 दिन बाद भी दुकानदार और उसके साथी को तलाश नहीं पाई है। वहीं सोरांव पुलिस चार दिन से दुकानदारों के पीछे पड़ी है लेकिन सफलता नहीं मिल है। अब विभाग में हल्ला मच रहा है कि पुलिस उन्हे बचाने की कोशिश कर रही है।
कुछ दिन पहले एसओजी गंगापार व सोरांव पुलिस ने सरकारी ठेके की आड़ में अवैध शराब बेचने वाले गैंग का राजफाश किया था। मामले में एक महिला दुकानदार और दुकानदार छोटे लाल के बेटे संजय, संतोष व सुरेंद्र कुमार, मूलचंद्र, नासिर को गिरफ्तार किया। मो. रईस उर्फ पप्पू व अमित जायसवाल समेत दो युवक अभी फरार हैं।
एसपी गंगापार धवल जायसवाल ने बताया कि नवाबगंज अंधियारी का मो. नासिर और पप्पू अवैध शराब की सप्लाई करते थे। इसमें अंतू प्रतापगढ़ का मूलचंद्र भी मदद करता था। शराब लाने के बाद छोटे लाल की होलागढ़ स्थित सरकारी दुकान पर अवैध शराब खपाई जाती थी। काला धंधा संतोष की सहमति से होती थी और उसका भाई संजय दुकान से बेचता था। तस्कर अमित की इस्माइलपुर स्थित सरकारी दुकान पर सप्लाई करते थे। कुछ दिन पहले शराब माफिया मो. हबीब को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
इसके बाद एसओजी प्रभारी मनोज सिंह की टीम ने उसके नेटवर्क को खंगाला गया तो गिरोह के कई और सदस्यों व अवैध शराब के कारोबार में लिप्त लोगों को पकड़ा गया। इनके कब्जे से आठ सौ शीशी विंडीज लाइम व दूसरे ब्रांड की नकली शराब बरामद हुई है। इनका रैपर और क्यूआर कोड भी नकली लगाया जाता था।