पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप के करीबी अब पुलिस के निशाने पर, असलहों के लाइसेंस होंगे निरस्त Prayagraj News
पूर्व ब्लॉक प्रमुख के मददगार और उनकी अवैध गतिविधि में शामिल रहने वालों के भी असलहे का लाइसेंस निरस्त कराया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। सपा नेता समेत दो लोगों की हत्या की सुपारी देने के आरोपित पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा व उसके करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। पुलिस अब उनके असलहे का लाइसेंस निरस्त करेगी। वहीं जो असलहे दुकानों में जमा हैं, अब उन्हें थाने में रखा जाएगा। पूर्व ब्लाक प्रमुख की अवैध गतिविधियों में शामिल लोगाें के खिलाफ सूची तैयार कर पुलिस कार्रवाई करेगी।
पूर्व में मुकदमा दर्ज होने के कारण सभी शस्त्र दुकान में जमा है
पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पुराने मुकदमों की भी तहकीकात शुरू कर दी गई है। प्रयागराज के अलावा दूसरे जनपदों में भी दिलीप से जुड़े मामलों को खंगाला जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिलीप मिश्रा और उनकी पत्नी के नाम पर दो पिस्टल, रायफल और दोनाली बंदूक समेत छह असलहों का लाइसेंस है। पूर्व में मुकदमा दर्ज होने के कारण सभी शस्त्र दुकान में जमा है लेकिन अब उन्हें थाने में रखा जाएगा। इसके साथ ही पूर्व ब्लॉक प्रमुख के मददगार और उनकी अवैध गतिविधि में शामिल रहने वालों के भी असलहे का लाइसेंस निरस्त कराया जाएगा। साथ ही उनके आर्थिक स्रोत की जानकारी जुटाई जाएगी।
दिलीप, उसके बेटे शुभम, पत्नी की संपत्तियों का पता लगा रही पुलिस
पुलिस का दावा है कि दिलीप मिश्रा की यमुनापार के अलावा गंगापार और शहर में भी कई प्रापर्टी है। कुछ ऐसी भी संपत्ति के बारे में पता चला है कि जो किसी दूसरे के नाम पर खरीदी गई है। साथ ही दूसरे कई कारोबार में भी करोड़ों रुपये के निवेश की जानकारी मिल रही है। दिलीप के अलावा उसके बेटे शुभम, पत्नी की संपत्तियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। दिलीप मिश्रा, उसके बेटे और एक लाख के इनामी शूटर नीरज सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
राजेश के दो साथियों को उठाया
पूर्व ब्लॉक प्रमुख के गुर्गे बर्खास्त सिपाही राजेश पांडेय के दो साथियों को क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए उठाया है। रविवार शाम मेजा के पकरी, तवाई और सोरांव गांव में छापेमारी करते हुए कुछ लोगों को पकड़ा गया। उनसे राजेश के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े राकेश पांडेय की भी तलाश चल रही है।
कॉल डिटेल से मिला सुराग
पुलिस का दावा है कि दिलीप मिश्रा और उसके बेटे के मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट से कुछ सुराग मिले हैं, जिसे तस्दीक किया जा रहा है। जांच में यह बात सामने आई है कि दिलीप की भदोही, बिहार और दूसरे कुछ शहर के लोगों से भी बातचीत हुई है। वह नंबर किनके नाम से रजिस्टर्ड हैं, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है।
बोले, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज कहते हैं कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख के करीबियों के भी असलहे का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। दुकान में जमा शस्त्र को थाने पर रखा जाएगा और सभी के आर्थिक स्रोत की जांच की जाएगी।