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प्रयागराज में अब भी रिजर्व हैं लेवल टू कोविड अस्पताल, तीसरी लहर के खतरे से कम है खुलने की संभावना

बेली अस्पताल ही नहीं बल्कि प्रदेश के सभी लेवल टू कोविड अस्पताल रिजर्व रखे गए हैं। नान कोविड करने पर प्रदेश सरकार की तरफ से निर्णय होने में अभी कुछ दिन और लगेंगे। जबकि इन अस्पतालों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के इंतजाम तेज किये जा रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 02 Jul 2021 05:01 PM (IST)Updated: Fri, 02 Jul 2021 05:01 PM (IST)
प्रयागराज में अब भी रिजर्व हैं लेवल टू कोविड अस्पताल, तीसरी लहर के खतरे से कम है खुलने की संभावना
इन अस्पतालों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के इंतजाम तेज किये जा रहे हैं।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर के बाद लेवल टू श्रेणी के अस्पतालों में सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी शुरू नहीं हो सकी है। ऐसा प्रयागराज के तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय यानी बेली अस्पताल ही नहीं बल्कि प्रदेश के सभी लेवल टू कोविड अस्पताल रिजर्व रखे गए हैं। जिन्हें नॉन कोविड किये जाने पर प्रदेश सरकार की तरफ से निर्णय होने में अभी कुछ दिन और लगेंगे। जबकि इन अस्पतालों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के इंतजाम तेज किये जा रहे हैं।

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इंतजार हुआ लंबा

बेली अस्पताल में ओपीडी संचालन शुरू नहीं होने से लोगों का इंतजार लंबा होता जा रहा है। अब से ढाई माह पहले पांच अप्रैल को इसे लेवल टू कोविड अस्पताल बनाया गया था। मई में कोरोना की दूसरी लहर शांत पड़ गई, सरकारी अस्पताल नॉन कोविड हो गए लेकिन जून माह पूरा बीतने पर भी बेली अस्पताल का सामान्य संचालन शुरू नहीं हो सका। इससे अस्पताल का प्रशासन ही मान रहा है कि सरकार ने अस्पताल को कोरोना की तीसरी लाहर की आशंका के चलते रिजर्व कर लिया है। हालांकि सरकार इस निर्णय पर साइलेंट मोड में है।

बेली अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर किरण मलिक का कहना है कि अस्पताल का अब तक नॉन कोविड न होना ही इस बात का इशारा है कि लेवल टू अस्पताल प्रदेश भर में रिजर्व हैं। कहा कि हम ओपीडी संचालन के लिये तैयार हैं। फिलहाल प्रशासनिक अधिकारियों के लगातार भ्रमण हो रहे हैं और आईसीयू मेंटेन करने के लिये कहा जा रहा है। यह बताने के लिये इतना ही काफी है कि अस्पताल को कोविड श्रेणी से मुक्ति अभी नहीं मिलने वाली।

कॉल्विन पर अधिक लोड

बेली अस्पताल में ओपीडी संचालन नहीं होने से इसका भी लोड कॉल्विन अस्पताल पर है। यहां प्रत्येक दिन 1200 से अधिक पंजीकरण हो रहे हैं। तेलियरगंज और शिवकुटी तक के निवासी इलाज के लिये कॉल्विन आ रहे है । अस्पताल में भीड़ अधिक होने से शारीरिक दूरी के मानक भी ध्वस्त हैं।


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