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रुपये के लिए मरीज छोड़कर एटीएम में लगा रहे लाइन Prayagraj News

हाल यह है कि एचडीएफसी बैंक समेत कुछ बैंकों ने दूसरे बैंकों के एटीएम कार्डधारकों के लिए नकदी निकासी की सीमा 10 से घटाकर चार हजार रुपये कर दी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 03 Mar 2020 04:29 PM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2020 04:29 PM (IST)
रुपये के लिए मरीज छोड़कर एटीएम में लगा रहे लाइन Prayagraj News
रुपये के लिए मरीज छोड़कर एटीएम में लगा रहे लाइन Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। सोमवार को दोपहर एक बजे सिविल लाइंस के महात्मा गांधी मार्ग पर सेंट्रल बैंक के एटीएम में लाइन लगी थी। कोई अस्पताल में भर्ती मरीज कराकर तो कोई स्कूल में बच्चे के दाखिले को रुपये निकालने आया था। बाहर से आए यात्री भी जिद्दोजहद करते दिखे। यही हालात सरदार पटेल मार्ग स्थित आइसीआइसीआइ, सोहबतियाबाग में स्टेट बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कई बैंकों के एटीएम में देखने को मिले।

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बैंक शाखाओं के समीप के एटीएम में कर्मचारी नकदी डाल दे रहे हैं लेकिन दूर-दराज के एटीएम खाली हैं।

आ रहे हैं आरबीआइ के अफसर

हाल यह है कि एचडीएफसी बैंक समेत कुछ बैंकों ने दूसरे बैंकों के एटीएम कार्डधारकों के लिए नकदी निकासी की सीमा 10 से घटाकर चार हजार रुपये कर दी है। टूरिस्ट बंग्ला के पास स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में नकदी न होने से शटर गिरे रहे। सुरक्षाकर्मियों शैलेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि चार-पांच दिनों से दोनों एटीएम खाली हैं। निराकरण के लिए आरबीआइ के अफसर भी आ रहे हैं। जिला अग्रणी प्रबंधक ओएन सिंह ने बताया कि  नकदी को लेकर क्या दिक्कत आ रही हैं, इस पर विचार करेंगे। अधिकारी स्थानीय प्रशासन से भी मिलेंगे और कैश लोडिंग एजेंसियों के संचालन के संबंध में क्या रियायत मिल सकती है, इस पर राय-मशविरा करेंगे।

नकदी संकट की क्या है वजह?

एटीएम में नकदी संकट की खास वजह कैश लोडिंग एजेंसियों के वैन में सीसीटीवी न लगने और गनर के पास लाइसेंसी बंदूक न होने से पुलिस की सख्ती है। पुलिस ने इन व्यवस्थाओं के बगैर वैन के संचालन पर रोक लगा दी है। कई बैंकों के कैश लोडिंग एजेंसियों को हटा लेना भी एक वजह है।

लोग नहीं कर सके खरीदारी

ज्यादातर लोग खासकर नौकरी पेशा सप्ताह के अंत यानी शनिवार व रविवार को खरीदारी करते हैं। इस बार होली की खरीदारी भी सबसे अधिक इन्हीं दो दिनों में होगी। एटीएम में कैश की वजह से खरीदारी प्रभावित हो सकती है। इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए बैैंकों ने कदम नहीं उठाए।

क्या कहते हैं लोग

प्रतापगढ़ के सुशील चंद्र शुक्ल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज चौराहा के समीप एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भाई भर्ती हैं। सेंट्रल बैंक सिविल लाइंस आकर लाइन लगाई लेकिन लंबी लाइन होने से रुपये मिल पाएगा कि नहीं यह डर बना है। जसरा के विनय पांडेय  ने बताया कि स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में ससुर भर्ती हैं। वहां एटीएम में रुपये न होने के कारण सिविल लाइंस आना पड़ा। यहां भी कई एटीएम में रुपये नहीं मिले तो सेंट्रल बैंक के एटीएम में लाइन लगानी पड़ी। बरेली के राजेंद्र कुमार ने बताया कि ट में विभागीय कार्य से आए थे। जंक्शन पर दो एटीएम में रुपये नहीं मिले। ऑटो का किराया एक परिचित से लिया और नाश्ता अधिवक्ता ने कराया। नकदी के लिए लाइन लगानी पड़ी। त्रिवेणीपुरम के निवासी नारायण मिश्र ने बताया कि वह सेना में हैं। उनकी तैनाती कारगिल में है। एक सप्ताह से छुट्टी लेकर आया हूं। झूंसी क्षेत्र के एटीएम में रुपये नहीं है। एसबीआइ सिविल लाइंस शाखा गए तो बताया गया सिस्टम काम नहीं कर रहा है।


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