कौशांबी में खनन के बाद 15.50 करोड़ रुपये नहीं जमा कर रहे पट्टाधारक
पिछले वर्ष कौशांबी जनपद के 13 यमुना घाटों पर बालू खनन के लिए पट्टे का आवंटन हुआ था। दो पट्टे पर्यावरण एनओसी निरस्त होने के कारण बंद है। 11 यमुना घाटों पर बालू का खनन किया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। कौशांबी जनपद के 11 यमुना घाटों पर बालू खनन के लिए पट्टा दिया है। पिछले वर्ष सभी पट्टाधारकों ने खनन किया है, लेकिन चार पट्टाधारकों ने राजस्व को नहीं जमा किया। खनन विभाग का उन पर 15.50 करोड़ का बकाया है। वसूली के लिए खनन विभाग की ओर से नोटिस भी दी गई है। निष्क्रिय खनन पट्टे को निरस्त कर पुन: आवंटन किया जाए तो दूसरे कारोबारियों को काम करने का मौके मिलेगा व राजस्व बढ़ेगा।
13 घाटों का हुआ था पट्टा
पिछले वर्ष जनपद के 13 यमुना घाटों पर बालू खनन के लिए पट्टे का आवंटन हुआ था। दो पट्टे पर्यावरण एनओसी निरस्त होने के कारण बंद है। 11 यमुना घाटों पर बालू का खनन किया गया है। यमुना घाट दलेलागंज, कटरी, डेढ़ावल व कटैया में खनन करने वाले कारोबारियों ने 15.50 करोड़ का राजस्व नहीं जमा किया है। नोटिस देने के बाद भी धनराशि जमा नहीं हो पा रही है। इससे इन घाटों के पट्टेधारकों को खनन विभाग निष्क्रिय मान रहा है। खनन अधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि पूर्व में पट्टा धारक को नोटिस दी गई है, लेकिन बकाया जमा नहीं हुआ है। शासनादेश के मुताबिक इन घाटों पर दिए गए पट्टे को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। तीनों घाटों के पट्टे को निरस्त कर पुन: छह माह के लिए आवंटन किया जाएगा। इससे राजस्व आएगा। साथ ही घाटों पर खनन होने से मजदूरों को रोजगार भी मिलेगा।
आरसी जारी कर होगी बकाया वसूली
जिलाधिकारी अमित सिंह का कहना है कि नोटिस के बाद चार पट्टेधारक राजस्व नहीं जमा कर रहे हैं। खान अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर संबंधित घाटों में दिए गए बालू खनन के पट्टे को निरस्त किया जाएगा। साथ ही पट्टेधारकों के खिलाफ आरसी जारी कर बकाया धनराशि को वसूला जाएगा।