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Health News: डाक्टर की सलाह, बीमारियों को पहचानना सीख लें, बचाव का यही है उचित तरीका

बीमारियों को पहचानना सीखें। बस बचाव का यही उचित तरीका है। प्रमुख चौराहों पर आजकल संदेश भी प्रसारित हो रहे हैं और विभिन्न संचार माध्यमों से भी यह बताया जा रहा है कि बीमारियों से कैसे बचें। बीमार हो गए हैं तो क्या करें।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 10 Sep 2021 08:50 AM (IST)Updated: Fri, 10 Sep 2021 08:50 AM (IST)
Health News: डाक्टर की सलाह, बीमारियों को पहचानना सीख लें, बचाव का यही है उचित तरीका
बीमारियों को पहचानना सीखें। रोग की चपेट में आने से बचाव का यही उचित तरीका है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आजकल वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है। अमूमन यह नहीं पता लगता कि मरीज को डेंगू है, टायफाइड, मलेरिया या साधारण बुखार ही है। बीमारियों को पहचानना सीखें। बस बचाव का यही उचित तरीका है। प्रमुख चौराहों पर आजकल संदेश भी प्रसारित हो रहे हैं और विभिन्न संचार माध्यमों से भी यह बताया जा रहा है कि बीमारियों से कैसे बचें। बीमार हो गए हैं तो क्या करें। गुरुवार को दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न पहर में स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय की फिजीशियन डा. अनुभा श्रीवास्तव ने कुछ यही बताया। पेश है उनसे हुए सवाल और जवाब के प्रमुख अंश।

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सवाल : कई दिनों से बुखार है। भूख नहीं लगती है। पैरों में दर्द महसूस हो रहा है। क्या करें?

मणि बहादुर यादव, मेजा, दिनेश, झूंसी

जवाब : थर्मामीटर से बुखार को आठ-आठ घंटे में तीन बार नापें। आपको वायरल बुखार हो सकता है। लेकिन ज्यादा दिनों तक दिक्कत बनी रहे तो अपना मधुमेह, थायराइड और हीमोग्लोबिन टेस्ट करा लीजिए। जरूरी है कि घर में थर्मामीटर रखें। शरीर के तापमान का चार्ट बनाएं और डाक्टर से संपर्क करें।

सवाल : मुझे हार्निया की दिक्कत है। दवा से आराम नहीं मिल रहा है?

दिनेश गुप्ता, उग्रसेनपुर प्रतापपुर

जवाब : हार्निया का इलाज केवल आपरेशन है। आपरेशन बहुत मामूली होता है। बेहतर यही होगा कि डाक्टर से मिलें, उचित परामर्श मिलेगा।

सवाल : पत्नी के पेट में अल्सर है। तकलीफ कभी-कभी बढ़ जाती है। क्या करें?

सुरेश चौरसिया, सोरांव

जवाब : पत्नी को लेकर एसआरएन आएं। मर्ज को ठीक से समझकर उचित जांच कराई जाएगी। इसके बाद इलाज होगा।

सवाल : शरीर का तापमान जब कम या ज्यादा होता है तो काफी छींक आने लगती है। क्या करें?

अमित यादव

जवाब : टम्प्रेचर अगर 99.9 से ज्यादा होता है तो ही हम उसे बुखार की श्रेणी में लाते हैं। लगता है कि आपको किसी चीज से एलर्जी है। आप मास्क लगाएं। कहीं सामान्य टम्प्रेचर में हैं तो अचानक ठंडक में न जाएं।

सवाल : कोरोना रोधी वैक्सीन लगवा चुके हैं। डेंगू में काम करेगी?

अनुराग यादव नार्थ मलाका

जवाब : कोरोना रोधी वैक्सीन और डेंगू की दवाएं, दोनों में अंतर है। डेंगू का रोग साफ पानी में पनपने वाले मच्छर से होता है।

सवाल : मेरे घर में तीन लोगों को डेंगू हो गया है। कैसे करें?

प्रेमा देवी, गोविंदपुर

जवाब : डेंगू संक्रमित व अन्य स्वजन अलग-अलग रहें तो बचे रहेंगे।

सवाल : दो दिन से बुखार हो रहा है। सिर में दर्द बना है और शरीर में जकडऩ होने लगी है।

अनिल यादव, सहसों

जवाब : एक-दो दिन और प्रतीक्षा कर लीजिए फिर ब्लड टेस्ट कराइए।

सवाल : दो-तीन दिन से बुखार हो रहा है। खाने में क्या परहेज करें?

नितिन कीडगंज

जवाब : थर्मामीटर घर में रखें। उससे आठ-आठ घंटे में तीन बार तापमान देख लें। खाना ताजा और गरम खाएं। भोजन पौष्टिक व गरिष्ठ हो तथा तेल मसाले का उपयोग कम करें।

सवाल : मुझे शरीर में खुजली व हड्डियों में जकडऩ महसूस होती है। ज्यादा पैदल चल लेते हैं तो थकान होने लगती है।

पुष्पा पांडेय, दारागंज

जवाब : आपको एलर्जिक फेनोमिना है। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय आएं, आपकी जांच करानी पड़ेगी। देखना होगा कि खुजली होने का मुख्य कारण क्या है।

इन्होंने भी पूछे सवाल

संजय फाफामऊ, प्रतिमा सिंह फाफामऊ, विजय कुमार तिवारी बरौत हंडिया, एसके शुक्ला, आइएम मिश्रा, नागेश कुमार दारा साकिन, प्रभाष्कर शुक्ला नैनी, वीरेंद्र सिंह कुशवाहा दारागंज,गौरव वर्मा, शिवकुटी।

स्वस्थ रहना है तो बीमारी पहचानें

सवाल, जवाब के दौरान यह बात प्रमुख रूप से उभर कर आई कि लोग अगर बीमारियों को पहचान जाएं तो काफी हद तक बचाव हो सकता है। किसी बीमारी से दो-तीन दिन ग्रसित होने पर डाक्टर की सलाह पर जांच कराएं। मेडिकल स्टोर से दवा लेकर स्वयं से इलाज करने, इधर-उधर अप्रशिक्षित डाक्टरों के इर्द गिर्द भटकने से बेहतर है कि योग्य डाक्टर के पास जाएं, तकलीफ बताएं और बीमारी का पता लगा लें कि हुआ क्या है।

एक थर्मामीटर जरूर रखें

घर में थर्मामीटर होना आवश्यक है। आजकल बुखार का मौसम है। बीमारियां तो साल भर आती जाती रहती हैं। घर में किसी को बुखार होगा और डाक्टर के पास जाने की मजबूरी सामने आएगी तो पूरी तैयारी से जाएं। सबसे अहम यह कि शरीर के तापमान का पूरा चार्ट बना होना चाहिए। दिन में तीन बार तापमान रिकार्ड होने से डाक्टर के लिए यह समझना आसान हो जाता है कि बुखार किस तरह का है और उसमें क्या दवा असर करेगी।

हर बुखार डेंगू नहीं होता

आजकल डेंगू कई लोगों को हो रहा है। वायरल बुखार भी तेजी से फैल रहा है। बुखार होने पर लोग घबराएं नहीं क्योंकि हर बुखार डेंगू नहीं होता। हां, जांच कराना आवश्यक है। डेंगू की संभावना तभी होगी जब आपके घर में कहीं किसी बर्तन, ड्रम, कूलर की टंकी, गमले में कई दिनों से पानी भरा हो, उसमें मच्छर पनप गए हों। हो सकता है कि आपको मलेरिया या टायफाइड हो। जांच कराने से बीमारी का पता लग जाता है।

ऐसे लक्षण हों तो समझें डेंगू

-ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार आना

-सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द

-आंख के पिछले हिस्से में दर्द

-शरीर में कमजोरी, भूख न लगना और मिचली आना

-मुंह का स्वाद खराब होना

-गले में हल्का दर्द महसूस होना।


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