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प्रतापगढ़ के कस्तूरबा विद्यालयों में बनेगा किचन गार्डेन, मिलेगी मौसमी और ताजी सब्जियां

जिले में 15 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में मनरेगा से किचेन गार्डेन स्थापित करने को सीडीओ ने जानकारी बीएसए से मांगी थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 07:36 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 07:36 PM (IST)
प्रतापगढ़ के कस्तूरबा विद्यालयों में बनेगा किचन गार्डेन, मिलेगी मौसमी और ताजी सब्जियां
प्रतापगढ़ के कस्तूरबा विद्यालयों में बनेगा किचन गार्डेन, मिलेगी मौसमी और ताजी सब्जियां

प्रतापगढ़,जेएनएन। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पढऩे वाली छात्राओं को अब ताजी मौसमी सब्जियां खाने को मिलेंगी। इसके लिए स्कूलों में किचेन गार्डेन बनाए जाएंगे। इसके लिए सीडीओ ने बेसिक शिक्षा विभाग से जानकारी मांगी है। बेसिक शिक्षा विभाग यह जानकारी जुटा रहा है कि किस विद्यालय में कितनी जगह उपलब्ध है, जहां किचन गार्डेन स्थापित किया जा सकता है। जल्द ही स्कूल में खली पड़ी भूमि पर मनरेगा से किचेन गार्डेन बनाकर मौसमी सब्जियां उगाई जाएंगी।

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विदयालयों में खाली जमीन पर मौसमी सब्जियों की होगी खेती

जिले में 15 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में मनरेगा से किचेन गार्डेन स्थापित करने को सीडीओ ने जानकारी बीएसए से मांगी थी। बेसिक शिक्षा विभाग की पड़ताल में जिले में संचालित किए जा रहे कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में आसपुरदेवसरा, शिवगढ़ व गौरा में खाली जमीन नहीं है। इसके अलावा 12 विद्यालयों में खाली जमीन है, जहां किचेन गार्डेन बनाया जा सकता है। बेसिक शिक्षा विभाग यह जानकारी जुटाने में लगा है कि खाली जमीन कितनी है। इसकी रिपोर्ट सीडीओ को भेजी जाएगी। इसके बाद मनरेगा से किचेन गार्डेन तैयार कराकर मौसमी सब्जियां लगाई जाएंगी। बीएसए अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कस्तूरबा विद्यालयों में मनरेगा से किचेन गार्डेन बनाने को सीडीओ ने जानकारी मांगी है। 12 विद्यालयों में खाली जमीन है। यह मालूम किया जा रहा है कि कितनी एरिया में खाली जमीन है। इसकी रिपोर्ट सीडीओ को भेजी जाएगी। उसके बाद खली पड़ी जमीन में मौसमी सब्जियां लगाई जाएंगी। इसकी देखरेख वार्डेन करेंगी। 


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