Kisan Diwas 2021: जैविक खाद से बढ़ाया उत्पादन, आज मुख्यमंत्री करेंगे इन किसानों को सम्मानित
मांडा के चक्रवानपुर गांव के किसान लाल बहादुर को धान की खेती के लिए प्रदेश में तीसरा स्थान मिला है। उन्होंने भी जैविक खाद का प्रयोग किया था। लाल बहादुर ने एक हेक्टेयर में 91 कुंतल से अधिक धान की पैदावार की है
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। किसानों को ऐसे ही धरती पुत्र नहीं कहा जाता है। इनके भीतर वह जज्बा होता है कि बंजर जमीन में भी फसल रूपी सोना पैदा कर सकते हैं। ऐसी ही खेती करके तीन किसानों ने प्रयागराज का नाम रोशन किया है। इन तीनों किसानों को किसान दिवस पर गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में सम्मानित करेंगे।
एक हेक्टेयर में 39 कुंतल चना की पैदावार
कोरांव ब्लाक के गांव बरौहा के किसान राम सजीवन ने जैविक खाद और हरी खाद का प्रयोग करके एक हेक्टेयर में 39 कुंतल चना का उत्पादन किया है। चना उत्पादन करके उन्होंने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। किसान ने बताया कि चने की बुआई से पहले खेत में ढैचा और गोबर की खाद डाली थी। इसलिए 39 कुंतल से अधिक उत्पादन हुआ है। इसी गांव के किसान गणेश प्रसाद को चना उत्पादन में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। इन्होंने एक हेक्टेयर में 38 कुंतल से अधिक चने की पैदावार की है। गणेश ने भी चने की बुआई से पहले खेत में जैविक खाद का प्रयाेग किया था। वहीं मांडा के चक्रवानपुर गांव के किसान लाल बहादुर को धान की खेती के लिए प्रदेश में तीसरा स्थान मिला है। उन्होंने भी जैविक खाद का प्रयोग किया था। लाल बहादुर ने एक हेक्टेयर में 91 कुंतल से अधिक धान की पैदावार की है।
जानिए कितना मिलेगा पुरस्कार
चना की खेती में प्रदेश में पहला स्थान पाने वाले किसान को एक लाख रुपये, दूसरा स्थान पाने वाले को 75 हजार रुपये और तृतीय स्थान पाने वाले को 50 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। यह निर्धारित धनराशि इन किसानों के खाते में एक सप्ताह के भीतर ट्रांसफर की जाएगी। इन किसानों को आत्मा योजना के तहत पुरस्कृत किया जाएगा।
इनका है यह कहना
फसल के अनुसार अगर मौसम और मिट्टी मिलती है तो आम तौर पर चना की पैदावार एक हेक्टेयर में 28 से 32 कुंतल तक होती है। कोरांव के किसानों ने बेहतर तरीके से खेती की होगी, जिस कारण से 38 से 39 कुंतल प्रति हेक्टेयर की पैदावार हुई है। अन्य किसानों को भी इनके खेती करने के तरीके को अपनाना चाहिए।
डा. टीडी मिश्रा कृषि विज्ञानी, शुआट्स