प्रतापगढ़ में अनूठा विवाह, किन्नर मनीषा ने राष्ट्रीय पर्व पर पांचवीं बार तिरंगे से रचाई शादी
गोरखपुर जनपद के गगहा थाना क्षेत्र के चड़ेरिया गांव निवासी मिथुन चक्रवर्ती उर्फ मनीषा किन्नर है। वह लगभग दो वर्ष से उड़ैयाडीह बाजार में किन्नरों के साथ किराए पर भवन लेकर रहती है। मनीषा गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर प्रत्येक वर्ष तिरंगे से ब्याह रचाती है।
प्रयागराज, जेएनएन। गणतंत्र दिवस पर जहां पूरे जिले में शान से तिरंगा लहराया जा रहा था, वहीं प्रतापगढ़ में एक अनूठी शादी भी हुई। यह अनूठा विवाह प्रतापगढ़ जनपद में हुआ। पट्टी तहसील क्षेत्र में एक किन्नर ने तिरंगे से शादी रचाकर एक मिसाल कायम की। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर मिथुन चक्रवर्ती उर्फ मनीषा किन्नर ने देश प्रेम का संदेश दिया। तिरंगे से शादी रचाने के दौरान साथी किन्नर इस शादी के गवाह बनें।
गोरखपुर निवासी किन्नर ने पांचवीं बार तिरंगे से ब्याह रचाया
गोरखपुर जनपद के गगहा थाना क्षेत्र के चड़ेरिया गांव निवासी मिथुन चक्रवर्ती उर्फ मनीषा किन्नर है। वह लगभग दो वर्ष से उड़ैयाडीह बाजार में किन्नरों के साथ किराए पर भवन लेकर रहती है। क्षेत्र में घर-घर बधाई देकर जीवन यापन करती है। 30 वर्षीय मनीषा किन्नर गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर प्रत्येक वर्ष तिरंगे से ब्याह रचाता है।
मंदिर में पुरोहित ने शादी के मंत्र पढ़े
गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को तिरंगे के सम्मान में वह तिरंगे के कलर की साड़ी ब्लाउज चूड़ी पहनकर दुल्हन बनकर मंदिर में बैठ गई। विधि विधान से पुरोहित से पूजा कराया और शादी के मंत्र पढ़े। तिरंगे का सिंदूर अपनी मांग में भर कर मनीषा किन्नर ने तिरंगे से शादी रचा डाली। यह तिरंगे से पांचवी बार शादी की रस्म अदायगी की गई। इस मौके पर मिष्ठान वितरण और राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
देश प्रेम से बढ़कर और कुछ नहीं है : किन्नर मनीषा
इस संबंध में मिथुन चक्रवर्ती उर्फ मनीषा किन्नर ने कहा कि देश प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं है। तिरंगे के सम्मान में शादी रचाई है और जब तक सांस चलती रहेगी तब तक देश व तिरंगे का सम्मान करती रहेंगी। किन्नर द्वारा तिरंगे से शादी रचाने का मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।